इस दौरान रेलवे स्टेशन से लेकर मिशन कंपाउंड तक रैली निकाली गई। देशभक्ति गीतों पर मित्र और परिजन थिरकते हुए प्रिंस को खुली कार में सवार कर घर ले गए। प्रिंस ने बताया कि पापा राजेश साठे मजदूरी करते हैं। भाई अंकित प्रायवेट जॉब में हैै। बचपन से ही उसका सपना था कि वो देशसेवा करे, जिसके लिए पापा, भाई और बहनों रूबी, नेहा, निशा, छोटू ने उसका साथ दिया। स्वागत के दौरान दीपक अरोरा, विनोद शर्मा, राकेश कुशवाह, विशाल चंद्रवंशी, अजय दास, साहिल अरोरा सहित अन्य मौजूद रहे। सभी ने प्रिंस को उज्जवल भविष्य के शुभकामनाएं दी। प्रिंस ने बताया कि उसकी पोस्टिंग राजस्थान के जैसलमेर में हुई है। तीन साल की नौकरी के बाद उसका लक्ष्य सीआइएफएस में जाने का है।
बोरीसराय के किसान का बेटा बना अग्निवीर
बोरीसराय गांव का एक किसान का बेटा अग्निवीर बनकर जब गांव पहुंचा तो ग्रामीणों ने उसका जोरदार स्वागत किया। किसान परिवार का होने के कारण 22 वर्षीय अरुण कुमार ने अपने गांव की ही स्कूल में शिक्षा प्राप्त की। अपनी मेहनत और लगन के बल पर अरुण कुमार का भारतीय सेना में अग्निवीर के रूप में चयन हुआ। छह महीने की कड़ी ट्रेनिंग पूरी कर जब वह अपने गांव बोरीसराय लौटा तो उसका ग्रामीणों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया।
बोरीसराय गांव का एक किसान का बेटा अग्निवीर बनकर जब गांव पहुंचा तो ग्रामीणों ने उसका जोरदार स्वागत किया। किसान परिवार का होने के कारण 22 वर्षीय अरुण कुमार ने अपने गांव की ही स्कूल में शिक्षा प्राप्त की। अपनी मेहनत और लगन के बल पर अरुण कुमार का भारतीय सेना में अग्निवीर के रूप में चयन हुआ। छह महीने की कड़ी ट्रेनिंग पूरी कर जब वह अपने गांव बोरीसराय लौटा तो उसका ग्रामीणों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया।
ट्रेनिंग के बाद पहुंचा गांव, ग्रामीणों ने किया जोरदार स्वागत
अरुण कुमार के पिता सुंदरलाल मीणा किसानी करके परिवार का जीवन यापन करते हैं। पढ़ाई करते हुए उसे सेना में भर्ती निकलने की जानकारी मिली। उसने ठान लिया कि अपने जीवन को बेहतर बनाएगा। उसने अग्निवीर भर्ती के लिए तैयारी शुरू कर दी तथा काफी संघर्षों के बाद उसकी मेहनत रंग लाई और वह अग्निवीर के लिए चयनित हो गया। यह पल उसके परिवार व पूरे गांव के लिए गौरव का क्षण रहा। नासिक में 6 महीने की कडी ट्रेनिंग पूरी कर ग्राम बोरीसराय आने पर अरुण कुमार ने अपने गांव के श्रीराम मंदिर और हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर बडी संख्या में मौजूद ग्रामीणों के प्रति अरुण कुमार ने आभार व्यक्त किया।
अरुण कुमार के पिता सुंदरलाल मीणा किसानी करके परिवार का जीवन यापन करते हैं। पढ़ाई करते हुए उसे सेना में भर्ती निकलने की जानकारी मिली। उसने ठान लिया कि अपने जीवन को बेहतर बनाएगा। उसने अग्निवीर भर्ती के लिए तैयारी शुरू कर दी तथा काफी संघर्षों के बाद उसकी मेहनत रंग लाई और वह अग्निवीर के लिए चयनित हो गया। यह पल उसके परिवार व पूरे गांव के लिए गौरव का क्षण रहा। नासिक में 6 महीने की कडी ट्रेनिंग पूरी कर ग्राम बोरीसराय आने पर अरुण कुमार ने अपने गांव के श्रीराम मंदिर और हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर बडी संख्या में मौजूद ग्रामीणों के प्रति अरुण कुमार ने आभार व्यक्त किया।