खालवा ब्लॉक के ग्राम संदलपुर छात्रावास की बीमार छात्रा गुंजन को दिखाने दो अन्य छात्राएं सुशीला और रानी सापले छात्रावास के भृत्य मिश्रीलाल के साथ बाइक पर अस्पताल गई थी। वापस लौटते समय खालवा मार्ग पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की एंबुलेंस क्रमांक एमपी-02-एवी-7984 के चालक ने बाइक को टक्कर मार दी थी। दुर्घटना में सभी बाइक सवार घायल हुए थे। जिसमें रानी सापले का इंदौर में और गुंजन व भृत्य मिश्रीलाल का खंडवा अस्पताल में इलाज चल रहा है। मामले में खालवा पुलिस ने भृत्य मिश्रीलाल की पत्नी रामवतीबाई की शिकायत पर एंबुलेंस के अज्ञात चालक के खिलाफ बीएनएस की धारा 281, 125(ए) के तहत केस दर्ज किया है। जबकि वाहन चालक ज्ञात है और घटना के बाद खालवा अस्पताल भी पहुंचा था।
मंत्री ने दिए बेहतर इलाज के निर्देश
शनिवार को मप्र शासन केबिनेट मंत्री डॉ. विजय शाह ने एमवाय अस्पताल इंदौर पहुंचकर घायल छात्रा रानी के हालचाल लिए। साथ ही उपस्थित डॉक्टर्स को बालिका के बेहतर इलाज के निर्देश भी दिए। यहां बालिका के परिजनों को भी हौसला दिया और हरसंभव मदद की बात कही। वहीं, सहायक आयुक्त कार्यालय से तीनों बालिकाओं को दस दस हजार रुपये की राशि इलाज के लिए स्वीकृति की गई है। जिसमें इंदौर में भर्ती बालिका के परिजन को 10 हजार नकद और खंडवा में भर्ती बालिका को 5 हजार नकद दिए गए, 5 हजार रुपए सोमवार को दिए जाएंगे। वहीं तीसरी घायल बालिका के खाते में भी रुपए अंतरित किए जाएंगे।
शनिवार को मप्र शासन केबिनेट मंत्री डॉ. विजय शाह ने एमवाय अस्पताल इंदौर पहुंचकर घायल छात्रा रानी के हालचाल लिए। साथ ही उपस्थित डॉक्टर्स को बालिका के बेहतर इलाज के निर्देश भी दिए। यहां बालिका के परिजनों को भी हौसला दिया और हरसंभव मदद की बात कही। वहीं, सहायक आयुक्त कार्यालय से तीनों बालिकाओं को दस दस हजार रुपये की राशि इलाज के लिए स्वीकृति की गई है। जिसमें इंदौर में भर्ती बालिका के परिजन को 10 हजार नकद और खंडवा में भर्ती बालिका को 5 हजार नकद दिए गए, 5 हजार रुपए सोमवार को दिए जाएंगे। वहीं तीसरी घायल बालिका के खाते में भी रुपए अंतरित किए जाएंगे।
अधीक्षिका की गलती नहीं मान रहा विभाग
कन्या शिक्षा परिसर छात्रावास की अधीक्षिका की भी मामले में गलती सामने आ रही है। एक बाइक पर तीन छात्राओं को चपरासी के साथ भेजना भी नियमों के विपरित है। बावजूद ट्राइबल विभाग अधीक्षिका को बचाने में लगा हुआ है। इस मामले में प्रभारी सहायक आयुक्त विवेक पांडेय का कहना है कि छात्रावास से स्वास्थ्य केंद्र तक ले जाने के कोई साधन क्षेत्र में नहीं है। छात्रावास में भी व्यवस्था नहीं होने और अकेली छात्रा को भृत्य के साथ नहीं भेजा जा सकता, इसलिए दो अन्य छात्राओं को भेजना पड़ा था। अधीक्षिका घटना के बाद से घायल छात्रा के साथ ही है और अभी भी इंदौर में है। उनके वापस आने पर उनसे पूरी जानकारी ली जाएगी।
कन्या शिक्षा परिसर छात्रावास की अधीक्षिका की भी मामले में गलती सामने आ रही है। एक बाइक पर तीन छात्राओं को चपरासी के साथ भेजना भी नियमों के विपरित है। बावजूद ट्राइबल विभाग अधीक्षिका को बचाने में लगा हुआ है। इस मामले में प्रभारी सहायक आयुक्त विवेक पांडेय का कहना है कि छात्रावास से स्वास्थ्य केंद्र तक ले जाने के कोई साधन क्षेत्र में नहीं है। छात्रावास में भी व्यवस्था नहीं होने और अकेली छात्रा को भृत्य के साथ नहीं भेजा जा सकता, इसलिए दो अन्य छात्राओं को भेजना पड़ा था। अधीक्षिका घटना के बाद से घायल छात्रा के साथ ही है और अभी भी इंदौर में है। उनके वापस आने पर उनसे पूरी जानकारी ली जाएगी।