श्री ओंकारेश्वर पब्लिक ट्रस्ट के वर्ष 2023-24 के आय के आंकड़े लीक हुए है। हालांकि मंदिर ट्रस्ट के जिम्मेदार इसे प्रमाणित करने से बच रहे हैं। लीक आंकड़ों के अनुसार इस साल 33.27 करोड़ 81531 रुपए की आय हुई है। यह आय मंदिर ट्रस्ट के विभिन्न स्त्रोतों जैसे दान, ओंकार प्रसादालय की रसी, लड्डू महाप्रसाद फंड, ऑनलाइन दर्शन, विशेष दर्शन शुल्क, बैंक ब्याज, कृषि भूमि लीज, अभिषेक सहित अन्य स्त्रोतों से हुई है। ये आय पिछले साल की तुलना में करीब 23 करोड़ अधिक है। पिछले साल मंदिर ट्रस्ट को 10.57 करोड़ की आय हुई थी। हालांकि आय के साथ व्यय का आंकड़ा नहीं जारी हुआ है। जबकि पिछले साल ट्रस्ट ने आय के 10.57 करोड़ की आय के साथ 5.12 करोड़ रुपए व्यय बताया था।
चार साल पहले महज दो करोड़ थी आय
पिछले चार सालों में श्री ओंकारेश्वर पब्लिक ट्रस्ट की आय लगातार बढ़ती जा रही है। आंकड़ों के अनुसार ट्रस्ट की साल 2020-21 में कुल आय 2.52 करोड़ 94042 रुपए थी। वहीं, उस साल ट्रस्ट का व्यय 2.50 करोड़ 85529 रुपए था। 2021-22 में मंदिर ट्रस्ट की कुल आय 3.95 करोड़ 91065 रुपए थी। जबकि मंदिर ट्रस्ट का व्यय 2.75 करोड़ 84605 रुपए रहा। साल 2022-23 में ट्रस्ट की कुल आय 10.57 करोड़ 32628 रुपये थी। वहीं, ट्रस्ट ने 5.12 करोड़ 58648 रुपए का व्यय दर्शाया था।
पिछले चार सालों में श्री ओंकारेश्वर पब्लिक ट्रस्ट की आय लगातार बढ़ती जा रही है। आंकड़ों के अनुसार ट्रस्ट की साल 2020-21 में कुल आय 2.52 करोड़ 94042 रुपए थी। वहीं, उस साल ट्रस्ट का व्यय 2.50 करोड़ 85529 रुपए था। 2021-22 में मंदिर ट्रस्ट की कुल आय 3.95 करोड़ 91065 रुपए थी। जबकि मंदिर ट्रस्ट का व्यय 2.75 करोड़ 84605 रुपए रहा। साल 2022-23 में ट्रस्ट की कुल आय 10.57 करोड़ 32628 रुपये थी। वहीं, ट्रस्ट ने 5.12 करोड़ 58648 रुपए का व्यय दर्शाया था।
इसलिए बढ़ रही आय
तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में पिछले एक साल से श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है। उज्जैन में महाकाल लोक बनने के बाद से उज्जैन आने वाले अधिकतर श्रद्धालु ओंकारेश्वर दर्शन के लिए भी आए हैं। ओंकारेश्वर में एकात्म धाम आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित होने से भी यहां धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिला है। पहले जहां आम दिनों में चार-पांच हजार लोग रोजाना दर्शन के लिए आते थे। वहीं, पिछले एक साल में ये आंकड़ा 40 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन तक पहुंच चुका है। अमावस्या, पूर्णिमा और विशेष पर्वों पर तो ओंकारेश्वर में श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख से भी अधिक हो रही है।
तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में पिछले एक साल से श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है। उज्जैन में महाकाल लोक बनने के बाद से उज्जैन आने वाले अधिकतर श्रद्धालु ओंकारेश्वर दर्शन के लिए भी आए हैं। ओंकारेश्वर में एकात्म धाम आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित होने से भी यहां धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिला है। पहले जहां आम दिनों में चार-पांच हजार लोग रोजाना दर्शन के लिए आते थे। वहीं, पिछले एक साल में ये आंकड़ा 40 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन तक पहुंच चुका है। अमावस्या, पूर्णिमा और विशेष पर्वों पर तो ओंकारेश्वर में श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख से भी अधिक हो रही है।
मैं अभी अवकाश पर हूं
मैं अवकाश पर हूं, इसलिए मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। मेरे पास आय के कोई आंकड़े वेरिफाइ के लिए भी नहीं आए है।
शिवम प्रजापति, एसडीएम पुनासा, वर्किंग ट्रस्टी
मैं अवकाश पर हूं, इसलिए मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। मेरे पास आय के कोई आंकड़े वेरिफाइ के लिए भी नहीं आए है।
शिवम प्रजापति, एसडीएम पुनासा, वर्किंग ट्रस्टी
पांच माह से कोई बैठक नहीं हुई
पिछले पांच माह से ट्रस्ट की कोई बैठक नहीं हुई है। इस वर्ष की आय के आंकड़े कहां से आए हैं, हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। ट्रस्ट ने भी कोई आंकड़े जारी नहीं किए।
जंग बहादुर सिंह, ट्रस्टी ओंकारेश्वर पब्लिक ट्रस्ट
पिछले पांच माह से ट्रस्ट की कोई बैठक नहीं हुई है। इस वर्ष की आय के आंकड़े कहां से आए हैं, हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। ट्रस्ट ने भी कोई आंकड़े जारी नहीं किए।
जंग बहादुर सिंह, ट्रस्टी ओंकारेश्वर पब्लिक ट्रस्ट
हमें नहीं दिया आय-व्यय का विवरण
अभी ट्रस्ट की बैठक नहीं हुई है और हमें आय व्यय का विवरण नहीं दिया गया है। एसडीएम पुनासा से बैठक लेने के लिए कहा हैं, लेकिन अभी तक बैठक नहीं हुई।
राजा राव पुष्पेंद्र सिंह, जपं अध्यक्ष पुनासा, ट्रस्टी
अभी ट्रस्ट की बैठक नहीं हुई है और हमें आय व्यय का विवरण नहीं दिया गया है। एसडीएम पुनासा से बैठक लेने के लिए कहा हैं, लेकिन अभी तक बैठक नहीं हुई।
राजा राव पुष्पेंद्र सिंह, जपं अध्यक्ष पुनासा, ट्रस्टी