कांग्रेस ग्रामीण जिलाध्यक्ष अजय ओझा करीब तीन माह पूर्व अमेरिका और कैनेडा गए थे। विदेश प्रवास से पूर्व उन्होंने गांधी भवन के स्वामित्व की जगह भाजपा समर्थित दुकानदार को दुकान विस्तार के लिए दी थी। जिसका खुलासा उनके जाने के बाद हुआ था। इस मामले में उन पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगे थे। वहीं, गांधी भवन में पेड पार्किंग भी आरंभ होने से कई लोगों ने आपत्ति ली थी। अभी इस मामले की आग सुलग ही रही थी कि ओझा के वापस आते ही एक नक्शा वायरल होने से हलचल मच गई। सोशल मीडिया पर जारी इस नक्शे में गांधी भवन की तीन ओर बाउंड्रीवॉल पर दुकानें प्रस्तावित की गई है। साथ ही एक शॉपिंग मॉल, होटल भी इसमें प्रस्तावित है। इस नक्शे के साथ एक संदेश भी दिया जा रहा है कि ये दुकानें सिर्फ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ही आवंटित की जाएगी।
पहले चरण में कराए कई काम
उल्लेखनीय है कि अजय ओझा ने विदेश जाने से पूर्व कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन में यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस, एनएसयूआई सहित अन्य कक्षों का निर्माण कराया है। साथ ही अंदर और बाहर शौचालय भी बनाए गए है। अब दूसरे चरण में दुकानें बनाने की तैयारी है। जिसे लेकर विरोधी भी सक्रिय हो गए है। ओझा के आने के पूर्व एक गुप्त बैठक भी हो चुकी है। वहीं, उनके आने के बाद शिकायतों का दौर भी शुरू होने वाला है। वहीं, ओझा भी अपना पक्ष रखने सोमवार को भोपाल जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि अजय ओझा ने विदेश जाने से पूर्व कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन में यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस, एनएसयूआई सहित अन्य कक्षों का निर्माण कराया है। साथ ही अंदर और बाहर शौचालय भी बनाए गए है। अब दूसरे चरण में दुकानें बनाने की तैयारी है। जिसे लेकर विरोधी भी सक्रिय हो गए है। ओझा के आने के पूर्व एक गुप्त बैठक भी हो चुकी है। वहीं, उनके आने के बाद शिकायतों का दौर भी शुरू होने वाला है। वहीं, ओझा भी अपना पक्ष रखने सोमवार को भोपाल जाएंगे।
निगम ने दिया संपत्तिकर को लेकर नोटिस
कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन के स्वामित्व वाली दुकानें किराये पर दी हुई है। इन दुकानों का किराया महज 300 से 900 रुपए माह का है। दुकानदारों द्वारा संपत्तिकर नहीं भरे जाने को लेकर नगर निगम द्वारा कांग्रेस को नोटिस जारी किया गया है। इसमें 2.80 लाख रुपए शनिवार को होने वाली लोक अदालत में आकर भरने का पत्र जारी किया गया है। जिससे भी कांग्रेस पदाधिकारियों में हडक़ंप मचा हुआ है।
कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन के स्वामित्व वाली दुकानें किराये पर दी हुई है। इन दुकानों का किराया महज 300 से 900 रुपए माह का है। दुकानदारों द्वारा संपत्तिकर नहीं भरे जाने को लेकर नगर निगम द्वारा कांग्रेस को नोटिस जारी किया गया है। इसमें 2.80 लाख रुपए शनिवार को होने वाली लोक अदालत में आकर भरने का पत्र जारी किया गया है। जिससे भी कांग्रेस पदाधिकारियों में हडक़ंप मचा हुआ है।
हमारे लोगों को मिलेगा रोजगार
दूसरे चरण में कुछ काम प्रस्तावित है, जिनके लिए पीसीसी से चर्चा करना बाकी है। नक्शा कहां से वायरल हुआ मुझे जानकारी नहीं है, लेकिन दुकानें बनाई जाना प्रस्तावित है। इन दुकानों को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को ही दिया जाएगा, ताकि हमारे लोगों को रोजगार उपलब्ध हो सके और गांधी भवन की आय भी बढ़े।
अजय ओझा, कांग्रेस ग्रामीण जिलाध्यक्ष
दूसरे चरण में कुछ काम प्रस्तावित है, जिनके लिए पीसीसी से चर्चा करना बाकी है। नक्शा कहां से वायरल हुआ मुझे जानकारी नहीं है, लेकिन दुकानें बनाई जाना प्रस्तावित है। इन दुकानों को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को ही दिया जाएगा, ताकि हमारे लोगों को रोजगार उपलब्ध हो सके और गांधी भवन की आय भी बढ़े।
अजय ओझा, कांग्रेस ग्रामीण जिलाध्यक्ष