खंडवा

प्याज : उत्पादन 8-10 लाख क्विंटल प्रभावित, मंडी में प्रति क्विंटल 1500 से 2000 रुपए भाव गिरा

किसान बोले, बारिश से खराब हो गई थी प्याज, लागत निकालना मुश्किल, पिछले साल की तुलना में इस बार नहीं मिल रहा भाव, मौसम के कारण इस पर प्याज का उत्पादन 50-60 % कम हुआ है। इसका खुलासा मंडी में प्याज बेचने पहुंच रहे किसानों ने किया है। पिछले साल साल की तुलना में इस बार अच्छी प्याज का उत्पादन सिर्फ 40-50 % है। मौसम के कारण इस पर आठ से दस लाख क्विंटल प्याज का उत्पादन प्रभावित हुआ है।

खंडवाDec 10, 2024 / 03:48 pm

Rajesh Patel

खंडवा सब्जी मंडी में प्याज की सफाई करते किसान, भंडारण

किसान बोले, बारिश से खराब हो गई थी प्याज, लागत निकालना मुश्किल, पिछले साल की तुलना में इस बार नहीं मिल रहा भाव, मौसम के कारण इस पर प्याज का उत्पादन 50-60 % कम हुआ है। इसका खुलासा मंडी में प्याज बेचने पहुंच रहे किसानों ने किया है। पिछले साल साल की तुलना में इस बार अच्छी प्याज का उत्पादन सिर्फ 40-50 % है। मौसम के कारण इस पर आठ से दस लाख क्विंटल प्याज का उत्पादन प्रभावित हुआ है।

पिछले साल 4500 से पांच हजार से अधिक मिले भाव

मंडी में किसानों को नई प्याज के भाव नहीं मिल रहे हैं। मंडी में एक सप्ताह के भीतर प्याज के भाव डेढ़ हजार से दो हजार प्रति क्विंटल भाव कम हो गया। मंडी में चार हजार से 3500 रुपए प्रति क्विंटल तक थोक में बिक्री हुई । और अब ढाई हजार रुपए से तीन हजार पर आ गई है। पिछले साल यही प्याज 4500 से पांच हजार रुपए क्विंटल से अधिक भाव मिले थे। प्याज के भाव इस बार इस लिए भी घट रहे हैं कि यहां की प्याज बाहर जिन जगहों पर जाती थी वहां इस बार नासिक, अलवर आदि जगहों की पहले पहुंच गई।

11 हजार हेक्टेयर में प्याज की बोवनी. 50 प्रतिशत उत्पादन घटा

जिले में 11 हजार हेक्टेयर में प्याज की बोवनी हुई। प्रति हेक्टेयर उत्पादन 250-300 क्विंटल दर्ज है। बोवनी के अनुसार यदि प्रति हेक्टेयर उत्पादन 250 क्विंटल का लिया जाए तो 27 लाख 50 हजार क्विंटल उत्पादन होना चाहिए। लेकिन मंडी में प्याज बेचने पहुंचे किसानों का कहना है कि बारिश में भीगने के कारण प्रति हेक्टेयर अच्छी प्याज का उत्पादन 180 क्विंटल तक हो रहा है। पिछले साल 250 से 300 क्विंटल तक हुआ। इस बार प्याज का उत्पादन आठ से 10 लाख क्विंटल होगा। बारिश में भीगने वाली प्याज अधिक दिनों तक रखने पर खराब हो रही। मंडी में हर रोज ढाई से तीन हजार क्विंटल प्याज पहुंच रही है। नई प्याज की आवक जल्द ही खत्म हो जाएगी। दरअसल, एक साथ ही नई प्याज तैयार हुई। जरूरतमंद किसान खराब होने के भय से सीधे मंडी पहुंच रहे हैं।

किसान बोले…

केदार पटेल, किसान, छैगांव देवी… 12 एकड़ में प्याज की बोवनी की। पिछले साल प्याज का उत्पादन प्रति एकड़ 80-100 क्विंटल तक रहा। इस पर अच्छी प्याज का उत्पादन सिर्फ 50-60 क्विंटल है। शेष प्याज खराब हो गई। 50 प्रतिशत उत्पादन घटा है। अक्टूबर में बारिश के कारण प्याज को नुकसान हुआ है।-केदार पटेल, किसान, छैगांव देवी, फोटो–1610

लालू पटेल, किसान, भोजा खेड़ी…एक सप्ताह में घट गए प्याज के भावएक एकड़ प्याज की बोवनी की है। एक सप्ताह पहले मंडी में 4400 रुपए प्रति क्विंटल भाव मिले। शुक्रवार को अच्छी प्याज की नीलामी तीन हजार रुपए प्रति क्विंटल हुई। पिछले साल की तुलना में इस बार भाव नहीं मिल रहा है। पांच से छह दिन के भीतर लगातार भाव गिर रहा है। इससे लागत निकलना मुश्किल है।

राम गुजर, किसान, बोरगांव बुजुर्ग, …तीन एकड़ में लागत 2.10 लाख-तीन एकड़ प्याज की बोवनी की, सिंचाई, जोताई, खाद-दवा और बीज की लागत 2.10 लाख रुपए। अभी तक दो बार प्याज बेचने के लिए आए। एक बार 90 हजार और इस बार 40 हजार रुपए की बेची है। अगर भाव अच्छा मिला तो अभी एक लाख की और बिकेगी। 50 क्विंटल से अधिक प्याज खराब हो गई। उत्पादन भी कम हुआ। भाव कम होने से लागत नहीं मिलेगी।

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