ओंकारेश्वर में रोज औसतन 30 हजार भक्त पहुंचते हैं। पर्वों पर श्रद्धालुओं की संख्या डेढ़ लाख से ज्यादा पहुंच जाती है। ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग एक संकरी गुफा में है और अन्य मंदिरों की अपेक्षा गर्भगृह बहुत छोटा है। इस कारण श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगती है और दर्शन के लिए कई घंटों तक इंतजार करना पड़ता है।
यह भी पढ़ें : महाकाल के दर्शन के लिए सबसे खास सात दिन, नोट कर लें तारीख यह दिक्कत दूर करने के लिए ओंकारेश्वर मंदिर में वीआईपी दर्शन व्यवस्था बंद की जा रही है। ओंकारेश्वर श्रीजी मंदिर ट्रस्ट ने शनिवार और रविवार को वीआईपी दर्शन बंद रखने का फैसला लिया है। इसके साथ ही सप्ताह के अन्य दिनों में भी वीआईपी दर्शन पर अंकुश रहेगा। इसके अंतर्गत सप्ताह के शेष 5 दिनों में भी रोज सुबह 11 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक वीआईपी दर्शन बंद रहेंगे।
ट्रस्ट के अनुसार वीआईपी दर्शन के कारण आम भक्तों को रुकना पड़ता है। ऐसे में परेशान श्रद्धालु मंदिर के सुरक्षाकर्मियों से उलझ पड़ते हैं। कई बार विवाद हो चुके हैं। यही कारण है कि मंदिर प्रबंधन ने वीआईपी दर्शन व्यवस्था में बदलाव कर दिया है। शनिवार और रविवार को श्रद्धालुओं की संख्या अमूमन ज्यादा होती है इसलिए इन दोनों दिनों में वीआइपी दर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
बता दें कि राज्य सरकार ने ओंकारेश्वर में मांधाता पर्वत पर आदि शंकराचार्य की भव्य प्रतिमा स्थापित की है। इसके बाद से यहां श्रद्धालुओं की संख्या में खासी वृद्धि देखी जा रही है।