खंडवा से बड़वाह, महेश्वर, धामनोद मार्ग का यातायात देशगांव से भीकनगांव, खरगोन, कसरावद, मंडलेश्वर, महेश्वर, धामनोद मार्ग से संचालित होगा। इसी तरह बड़वाह से खरगोन, भीकनगांव होते हुए देवगांव और खंडवा पहुंच सकते हैं।
लगाए बैरिकेड्स
इंदौर-इच्छापुर हाइवे स्थित नर्मदा पर बने मोरटक्का पुल पर वाहनों का आवागमन रोका गया है। दोनों तरफ बैरीकेड्स लगाए गए हैं। इससे खंडवा और इंदौर की ओर वाहनों की कतार लगी है। सुरक्षा के लिए पुलिस और प्रशासन का अमला मौके पर मौजूद है।
इंदौर-इच्छापुर हाइवे स्थित नर्मदा पर बने मोरटक्का पुल पर वाहनों का आवागमन रोका गया है। दोनों तरफ बैरीकेड्स लगाए गए हैं। इससे खंडवा और इंदौर की ओर वाहनों की कतार लगी है। सुरक्षा के लिए पुलिस और प्रशासन का अमला मौके पर मौजूद है।
खाड़ी में दबाव का क्षेत्र बनने के साथ ही मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। रविवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। वहीं दोपहर 3.30 बजे से रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ जो देर रात कर चलता रहा। शनिवार को शहर का अधिकतम तामपान 29.1 डिग्री और न्यूनतम पारा 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं वातावरण में आद्र्रता 90 प्रतिशत रही। हवाएं आठ किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती हवाओं का घेरा और कम दबाव का क्षेत्र बनने से मौसम बदला है। सिस्टम सक्रिय होने से खंडवा में जिले में भारी बारिश की संभावना बनी है। मौसम विभाग ने सोमवार को खंडवा सहित प्रदेश के अन्य जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
दुकान और आश्रम से लोगों को निकाला
लगातार बढ़ रहे नर्मदा के जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने रविवार रात ओंकारेश्वर में अलर्ट जारी कर सुरक्षा बंदोबस्त शुरू किए। इस दौरान कुछ क्षेत्रों की बिजली बंद कराई गई। साथ ही घाटों के आसपास बनी दुकानें, मकान और आश्रम खाली कराए गए हैं। इनमें मौजूद लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सोमवार तक नर्मदा का जलस्तर और बढऩे की संभावना है। क्योंकि बरगी और तवा बांध से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, जो इंदिरासागर से होते हुए ओंकारेश्वर पहुंच रहा है। ऐसे में ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर नियंत्रण में रखने के लिए बांध के 23 गेट भी खोले जा सकते हैं।
लगातार बढ़ रहे नर्मदा के जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने रविवार रात ओंकारेश्वर में अलर्ट जारी कर सुरक्षा बंदोबस्त शुरू किए। इस दौरान कुछ क्षेत्रों की बिजली बंद कराई गई। साथ ही घाटों के आसपास बनी दुकानें, मकान और आश्रम खाली कराए गए हैं। इनमें मौजूद लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सोमवार तक नर्मदा का जलस्तर और बढऩे की संभावना है। क्योंकि बरगी और तवा बांध से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, जो इंदिरासागर से होते हुए ओंकारेश्वर पहुंच रहा है। ऐसे में ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर नियंत्रण में रखने के लिए बांध के 23 गेट भी खोले जा सकते हैं।
इंदिरासागर बांध
बांध का जलस्तर- 261.85 मीटर
खोले गए गेट- 12
छोड़ा जा रहा पानी- 14840 क्यूमेक्स ओंकारेश्वर बांध…
बांध का जलस्तर- 192.98 मीटर
खोले गए बांध के गेट- 18
छोड़ा जा रहा पानी- 14361 क्यूमेक्स