स्कूल के विद्यार्थियों, बीमारों समेत प्रसूताओं की परेशानी बारिश के दिनों में बढ़ जाती है। हलात ये भी हैं कि बारिश के दिनों में किसी बीमार या गर्भवती महिलाओं को खटिया की नाव बनाकर अस्पताल ले जाना पड़ता है। बुधवार को जलस्तर बढ़ने से ग्रामीण अपने बच्चों की जान जोखिम में डालकर उन्हें ट्यूब की नाव पर बैठाकर स्कूल छोड़ने पहुंचे है। अब इस घटनाक्रम की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी हैं।
इस बार नाव तक नहीं मिली
मामले को लेकर ग्राम वासियों का कहना है कि हर साल तेज बारिश के कारण इंदिरा सागर बांध का लेवल 261 मीटर के आसपास पहुंचने पर उन्हें इसी तरह की समस्या से जूझना पड़ता है। शासन प्रशासन, एनएचडीसी द्वारा समस्या का स्थाई समाधान नहीं किया जा रहा है। बांध का लेवल बढ़ने पर ग्रामीणों को जलाशय से पार करने के लिए नाव की सुविधा दी जाती है, लेकिन इस बार अभी तक नाव की सुविधा नहीं मिल पाने से ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। यह भी पढ़ें- Indian Railways : गुजरात में जारी बारिश का रेल यातायात पर असर, रेलवे ने कैंसिल की राजधानी एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें