बुधवार सुबह रेलवे को सूचना मिली थी कि बासी खाना खाने से एक ही परिवार के लोगों के द्वारा फूड प्वाइजन की शिकायत की गई। सूचना मिलते ही रेलवे में हड़कंप मच गया। रेलवे ने तत्परता दिखाते हुए जिला अस्पताल के सहयोग से डॉक्टरों की टीम रेलवे स्टेशन पर बुलाई गई। ट्रेन के आने के पहले ही पूरी तैयारी कर ली गई थी। ट्रेन आते ही मरीजों को उतारा गया एवं उनका प्राथमिक उपचार किया गया।
यह है पूरा मामला
बुधवार को इटारसी से निकली हिसार-हैदराबाद एक्सप्रेस से सूचना मिली कि ट्रेन में यात्रियों का स्वास्थ्य खराब है। सूचना पर स्टेशन मास्टर ने यात्रियों के उपचार के लिए सभी व्यवस्थाएं जुटा ली।ट्रेन के स्टेशन पहुंचने से पहले यहां स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम तैनात कर दी गई। डाॅक्टरों की तीन टेबले तैयार की गई। सुबह 11.15 बजे जैसे ही ट्रेन खंडवा स्टेशन पर पहुंची यहां यात्रियों का उपचार शुरू कर दिया गया।कुल 16 यात्रियों का उपचार कर ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना किया गया। खंडवा जंक्शन पर ट्रेन आने से पहले तैयार पहुंच गई थी मेडिकल टीम।
महामारी विशेषज्ञ डा. योगेश शर्मा कोई गंभीर नहीं, सभी को मिला इलाज
महामारी विशेषज्ञ डा. योगेश शर्मा के अनुसार सुबह करीब 10.30 बजे स्टेशन मास्टर अरविंद शाह के द्वारा जयपुर-हैदराबाद ट्रेन में 20 से 25 यात्रियों का स्वास्थ बिगड़ने की सूचना दी गई थी। इन्हें उल्टी-दस्त की शिकायत थी। सूचना पर तत्काल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। ट्रेन के आने पर मरीजों का उपचार किया गया। सभी मरीजों का उपचार किया गया। इसमें 11 पुरुष और 5 महिलाएं थीं। सभी अलग-अलग बीमारियों से ग्रस्त थे। यात्रियों को बुखार, कफ कोल्ड, सिर दर्द आदि की समस्या थी। उल्टी दस्त की शिकायत मरीजों के द्वारा नहीं बताई गई। डाॅक्टर शर्मा के अनुसार यात्रियों ने उन्हें बताया कि उन्होंने सुबह नाश्ते में पोखा खाया था। इसके बाद से उन्हें एबडोमिनल पेन की शिकायत हुई थी। डाॅक्टर शर्मा ने कहा कि सभी मरीजों का उपचार कर दिया गया है। कोई भी मरीज गंभीर नहीं है।
10 मिनट लेट हुई ट्रेन
पीड़ित परिवार की नगमा सैयद ने बताया कि हम लोग महाराष्ट्र के औरंगाबाद के निवासी है। दो दिन पहले अजमेर शरीफ दरगाह गए थे। परिवार में 12 महिला-पुरुष और तीन बच्चे हैं।
मंगलवार रात अजमेर से औरंगाबाद वापसी के लिए ट्रेन में बैठे। रात में खाना खाने के कुछ देर बाद हमें उल्टियां होने लगीं। बच्चों को दस्त की शिकायत होने लगी। रेलवे स्टाफ को समस्या बताई। उन्होंने बताया कि खंडवा स्टेशन पर इलाज किया जाएगा।