आपको बता दें कि, जिले के आदिवासी बाहुल इलाका कहे जाने वाले खालवा के ग्राम भगवा में 19 अगस्त यानी जन्माष्टमी की रात को भीलट बाबा मंदिर के पास मटकी फोड़ कार्यक्रम आयोजित किया गया था। एक पक्ष का कहना है कि, कार्यक्रम के दौरान लखन नामक युवक भी वहां पहुंच गया और गानों पर डांस करने लगा। ग्रामीणों की मानें तो लखन शराब के नशे में धुत था, इसलिए उसे वहां नाचने से मना किया गया। इस बात पर लखन और अन्य पक्ष के बीच विवाद हो गया। इसी बीच लखन के परिवार वाले और उसकी 15 वर्षीय बेटी भी वहां आ गई। भीड़ ने लखन के साथ लड़कीको भी पीट दिया।
वहीं, दूसरी तरफ लखन की बेटी प्रियंका कटारे का आरप है कि, मंदिर के सामने मटकी फोड़ कार्यक्रम चल रहा था। उसी दौरान वो वहां से अपने घर के लिए निकली थी। इस दौरान आरोपियों ने उसे रोका और जातिसूचक शब्द कहना शुरु कर दिए। लड़की का आरोप है कि, उन्होंने कहा कि, तू मंदिर के सामने हमारे कार्यक्रम में कैसे आ गई। तब लड़की ने उनसे भेदभाव न करने की अपील की, जिसपर नाराज युवकों ने गालियां देते हुए डंडों से मारपीट शुरु कर दी।
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दोनों पक्षों पर केस दर्ज
इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि 19 अगस्त को जन्माष्टमी की रात गांव के मंदिर के पास मटकी फोड़ कार्यक्रम चल रहा था। विवाद के बाद दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। घटना में घायल युवती का आरोप है कि, मंदिर के रास्ते से जाने पर उसे रोका और जातिसूचक शब्द करते हुए मारा गया। वहीं, दूसरे पक्ष का कहना है कि, युवती के पिता नशे में नाचने से मना किया था, जिसपर विवाद हुआ है। फिलहाल, पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर दोनों पक्षों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। खंडवा एसपी विवेक सिंह के अनुसार, प्रियंका कटारे की शिकायत पर 9 लोगों के खिलाफ एसटी-एससी एक्ट और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। वहीं एक अन्य फरियाद उमा बाई पति कमल चंद माली की शिकायत पर 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।