किसोर दा की सबसे पसंदीदा दूध जलेबी का भोग समाधि पर लगाया गया। किशोर कुमार हमेशा यही कहा करते थे, दूध जलेबी खाएंगे, खंडवा में बस जाएंगे। किशोर मायानगरी मुंबई में जरूर बस गए थे, लेकिन उनका दिल खंडवा आने के लिए ही धड़कता रहता था। यहां के दही बड़े और पोहे और दूध-जलेबी खाने के लिए हमेशा उत्सुक रहते थे।
आज किशोर कुमार के जन्मदिन है जिसे सेलिब्रेट करने के लिए उनके फेन्स दिल्ली, कोलकाता,अहमदाबाद, मुम्बई सहित देश के कई राज्यों से खंडवा आये। किशोर कुमार की समाधि पर उनके प्रशंसक सेल्फी लेते दिखे तो किसी ने गीत गुनगुनाए। नगर निगम खंडवा और किशोरकुमार प्रेरणा मंच के द्वारा संयुक्तरूप एक आयोजन किया गया जिसमें किशोर कुमार की समाधि पर संगीत का कार्यक्रम रखा गया इसके लिए एक आर्केस्ट्रा भी बुलाई गई। यहां किशोर दा के फेंस ने गीतों की प्रस्तुति देकर स्वरांजली दी।
कार्यक्रम में आमजन से लेकर जिले के अधिकारियों ने भी गीत गुनगुनाए। दरअसल किशोर कुमार का जन्मदिन खंडवा में गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है और आज के दिन केवल किशोर कुमार की समाधि पर ही नहीं, पूरे खंडवा शहर में जगह-जगह पर संगीत की महफिल सजाई गई हैं।
हरफनमौला कलाकार किशोर कुमार का आज जन्म दिन है। खंडवा वाले किशोर कुमार के कई किस्से मशहूर है, जिसे आज भी लोग शिद्दत के साथ याद करते हैं। मुंबई में निधन के बाद उनका अंतिम संस्कार उनके जन्म स्थान मध्यप्रदेश के खंडवा में हुआ था। लेकिन उनकी यह अंतिम इच्छा तो पूरी हो गई, लेकिन कई ख्वाहिशें थीं जो अधूरी रह गई। जिसके गाने जुबां पर आते ही चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है। जिसकी दीवानगी नया जमाने के युवाओं के भी सिर चढ़कर बोलती है।