Khandwa nagar nigam Swimming pool update news
खंडवा. शहर के सिविल लाइंस क्षेत्र में स्वीमिंग पूल की ट्रस (छत) गिरने
के मामले में जल्द ही तकनीकी जांच समिति गठित होगी और थर्ड पार्टी से भी
इसकी जांच कराई जाएगी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्वीमिंग पूल बनने के दावों के बीच बुधवार को ट्रस
गिर गई थी। गुरुवार को यहां महापौर सुभाष कोठारी ने इंजीनियर एचआर पांडे
और संजय शुक्ला के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने भी स्वीकारा कि संबंधित
ठेकेदार द्वारा रुपए बचाने के चक्कर में ट्रस का पूरा काम होने से पहले
ही हाइड्रा मशीन हटा दी गई, जिसकी वजह से ये स्थिति बनी है। उन्होंने ये
भी कहा कि जिस स्तर पर भी लापरवाही हुई है या जहां गड़बड़ी की गई है, उन
पर कार्रवाई कराएंगे।
इंजीनियर्स ने इन बिंदुओं पर बरती लापरवाही
– एक ट्रस का काम पूरा होने से पहले ही दूसरे ट्रस को लगाने की अनुमति कैसे दी?
– स्लैब डलने या ट्रस लगने जैसे काम में जब मौजूदगी जरूरी तो फिर दूरी क्यों बनाई?
– नट, बोल्ट अच्छी तरह से कसे या नहीं, वेल्डिंग का काम ठीक से किया गया या नहीं?
– सवाल उठ रहे हैं कि इंजीनियर के अंडर में ठेकेदार या फिर ठेकेदार के
अंडर में इंजीनियर हैं?
– पूरी ट्रस कैसे लगवा दी गई, जबकि काम अधूरा था, अगर जनहानि होती तो फिर
जिम्मेदार कौन होता?
जुर्माने और भुगतान को लेकर बनेगी विवाद की स्थिति
नगर निगम की तरफ से कांट्रेक्टर सेठी कंस्ट्रक्शन को नोटिस दिया गया है,
इसमें ये भी कहा है कि ट्रस गिरने के कारण स्वीमिंग पूल के स्ट्रक्चर में
जो नुकसान हुआ है, उसका आंकलन इंजीनियर्स द्वारा किया जा रहा है। इसकी जो
भी राशि बनेगी, उसकी भरपाई आपको ही करना है। ये राशि आपको होने वाले
भुगतान में से काटी जाएगी। हालांकि इस संबंध में कांट्रेक्टर आदित्य सेठी
का कहना है कि हमें निगम ने पहले ही कह दिया था कि स्वीमिंग पूल के
पुराने स्ट्रक्चर को तो वैसे भी बदलना है। आयुक्त जोशी ने कहा कि हमने
बताया था कि क्या चेंज करना है, अगर जो चेंज नहीं करना था, उसमें फाल्ट
आया तो राशि वसूलेंगे।
ये भी जानिए…
– सात साल पहले जिन लोगों ने जनभागीदारी के तहत 60 लाख रुपए दिए थे, अब
वो वापस राशि मांग रहे हैं।
– साढ़े 4 करोड़ रुपए के काम में से करीब 2.15 करोड़ रुपए का भुगतान नगर
निगम द्वारा किया जा चुका है।
– 1.15 करोड़ रुपए के बिल कांट्रेक्टर द्वारा निगम की तरफ अग्रेषित किए
हैं, अब इनके भुगतान पर होगी नजर।
– ट्रस के पहले तक का निर्माण ईई ईश्वरसिंह चंदेली की देखरेख में हुआ,
उसकी भी जांच कराई जाएगी।
– लगातार देरी कर कास्ट बढ़ाए जाने के मामले में भी देखेंगे कि कहीं
ठेकेदार को लाभ पहुंचाने की साजिश तो नहीं।
– डिजाइन की पुन: जांच की जा रही
थर्ड पार्टी से जांच कराने का निर्णय निगम को लेना है। मैंने
गुणवत्तापूर्ण शीघ्र निर्माण के निर्देश दिए हैं। इस गलती के लिए दोषियों
पर कार्रवाई की जा चुकी है। निविदाकार पर कार्रवाई भी की जाएगी। डिजाइन
की पुन: जांच की जा रही है।
विशेष गढ़पाले, कलेक्टर
– हाइड्रा हटाने में जल्दबाजी कर दी
वेल्डिंग हो जाता और नट-बोल्ट ढंग से कस जाते तो ट्रस संभल जाती। क्योंकि
ट्रस के ऊपर तो कोई लोड आना ही नहीं था। पतली शीट ही लगना है। जांच तो चल
ही रही है। ठेकेदार ने जल्दबाजी कर रुपए बचाने के लिए मशीन हटाई।
सुभाष कोठारी, महापौर
– गुणवत्ता पर सवाल को जांचेंगे
पॉलीटेक्निक कॉलेज की ड्राइंग-डिजाइन व उनसे जो चेक कराया था, उसके आधार
पर ही पाइप सहित अन्य सामग्री का उपयोग कर ट्रस डाली जा रही थी या नहीं?
इसकी जांच करवाएंगे। पूर्व के निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल को भी थर्ड
पार्टी से जंचवाएंगे।
जेजे जोशी, आयुक्त, ननि