क्या है मामला
19सितंबर 2020 को मूंदी के कृषक सम्मेलन मे प्रदेश की संस्कृति और पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने संत सिगाजी सृजनपीठ को स्थापित किये जाने का सार्वजनिक ऐलान किया था । इस शोध पीठ का उद्देश्य निमाड के साहित्य कला संस्कृति संगीत की सुरक्षा और इसको समृद्द बनाने, निमाड के चमत्कारिक संत कवि सिंगाजी महाराज के निमाडी साहित्य के संकलन तथा अन्य निमाडी संतो के व्दारा रचिन साहित्य का संकलन एवं उस पर शोध को बढावा देने के लिये व्यवस्थित संस्थान की स्थापना कर उसका संचालन करना है । बताया जाता है कि संस्कृति मंत्री की घोषणा के बाद प्रारंभिक औपचारिकताओ के बाद मामला प्रदेश के वित्त विभाग के पास विचाराधीन है। मूंदी मे इस शोध पीठ की स्थापना को स्वीकृति मिलती है तो यह मूंदी नगर के लिये बडी सौगात मानी जायेगी ।
19सितंबर 2020 को मूंदी के कृषक सम्मेलन मे प्रदेश की संस्कृति और पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने संत सिगाजी सृजनपीठ को स्थापित किये जाने का सार्वजनिक ऐलान किया था । इस शोध पीठ का उद्देश्य निमाड के साहित्य कला संस्कृति संगीत की सुरक्षा और इसको समृद्द बनाने, निमाड के चमत्कारिक संत कवि सिंगाजी महाराज के निमाडी साहित्य के संकलन तथा अन्य निमाडी संतो के व्दारा रचिन साहित्य का संकलन एवं उस पर शोध को बढावा देने के लिये व्यवस्थित संस्थान की स्थापना कर उसका संचालन करना है । बताया जाता है कि संस्कृति मंत्री की घोषणा के बाद प्रारंभिक औपचारिकताओ के बाद मामला प्रदेश के वित्त विभाग के पास विचाराधीन है। मूंदी मे इस शोध पीठ की स्थापना को स्वीकृति मिलती है तो यह मूंदी नगर के लिये बडी सौगात मानी जायेगी ।