Sawan 2021 महाकाल मंदिर के पट खुलने का समय बदला, दर्शन के लिए करना होगा यह काम सुबह से लेकर रात तक यहां श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहा। वहीं, निशान चढ़ाने के लिए भी शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से लोग दादाजी धाम पहुंचे। जिले सहित शहर में गुरु पूर्णिमा शनिवार को मनाई गई। दादाजी धाम सहित जिलेभर में सभी गुरु गादियों पर भक्तों ने पहुंचकर अपने-अपने गुरु को शीश नवाए। दादाजी धाम में भी भक्तों के पहुंचने का सिलसिला सुबह से शुरू हो गया था।
dadaji dhaam गुरू पूर्णिमा पर्व पर उमड़ी आस्था, चढ़ाए सोने—चांदी के छत्र, भक्तों ने घर बैठे भी किए दर्शन प्रशासन द्वारा कोविड संक्रमण को देखते हुए 21 से 24 तक दादाजी धाम में आम दर्शनार्थियों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया था, जिसका कोई असर देखने को नहीं मिला। दादाजी भक्त आते गए और दर्शन कर वापस चले गए, जिसके चलते भीड़ जैसी स्थिति नहीं बनी। दादा दरबार ट्रस्ट के अनुमान अनुसार यहां 15 जुलाई से 24 जुलाई तक एक लाख से अधिक भक्तों ने दादाजी दरबार में दर्शन कर शीश नवाया।