इसके बाद जिला अस्पताल से गांव में एक टीम पहुंचाई गई है, जो डोर-टू-डोर बीमारों के घर पहुंचकर उन्हें इलाज मुहैय्या करा रही है। मरीजों का सैंपल लिया और प्रारंभिक जानकारी में दूषित कुएं के पानी पीने से यह उल्टी-दस्त की शिकायत सामने आई थी। इसी के बाद 6 लोगों के सैंपल डिविजनल लैबोरेट्री इंदौर भेजे गए थे।
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पानी दूषित होने की वजह सामने आई
खालवा तहसील के बाराकुंड गांव में 3 दिन पहले एक व्यक्ति की उल्टी-दस्त की समस्या के चलते मौत हो गई थी। वहीं, उसी शिकायत से ग्रस्त करीब 35 अन्य लोग बीमार थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव का दौरा किया और इलाज के लिए कैंप लगाया। जो लोग गंभीर थे, उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की। वहीं, सभी के सैंपल लिए गए, जिसमें पता चला कि जिन लोगों ने ट्यूबवेल से लिंक नल-जल योजना का पानी पिया था वह स्वस्थ हैं, जबकि एक वार्ड के लोग जिन्होंने खुले कुएं के पानी इस्तेमाल में लिया, उन्हें उल्टी-दस्त की शिकायत हुई है। पता चला कि कुएं के पास ही गोबर का ढेर लगा था। इसी के चलते पानी दूषित हो गया था। यह भी पढ़ें- रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा टला, 60 साल पुरानी स्टेशन की इमारत गिरी, बाल बाल बचे यात्री