खंडवा

भाजपा संगठन पर्व… मंडल अध्यक्ष नियुक्ति में सांसद गुट की चली, विधायकों का भी बना समन्वय, महापौर समर्थक दरकिनार

-भाजपा ने की मंडल अध्यक्षों की सूची जारी, खंडवा में दो मंडलों के नाम रोके
-हरसूद विस में मंत्री विजय शाह समर्थकों का कब्जा, मांधाता में विधायक समर्थक काबिज

खंडवाDec 14, 2024 / 11:45 am

मनीष अरोड़ा

खंडवा. खंडवा विस में घोषित तीनों मंडल अध्यक्षों का विधायक ने किया स्वागत।

भाजपा द्वारा संगठन पर्व के तहत पार्टी चुनाव की प्रक्रिया जारी है। मंडल अध्यक्षों के लिए हुई रायशुमारी के बाद गुरुवार को भाजपा चुनाव प्रभारी की सहमति से मंडल अध्यक्षों की घोषणा की गई। खंडवा जिले में भाजपा के 22 मंडलों में से 20 अध्यक्षों के नाम घोषित किए गए। खंडवा शहर के दो मंडलों के नाम रोके गए है। खंडवा और मांधाता में विधायकों के समन्वय से सांसद गुट की चली और अधिकतर नाम सांसद समर्थितों के है। महापौर समर्थकों को पहली सूची में दरकिनार किया गया।
मंडल अध्यक्षों के चयन के लिए जिला निर्वाचन प्रभारी रायसिंह सेंधव और प्रेक्षक महेंद्र भटनागर ने दो दिन खंडवा में रहकर रायशुमारी की थी। एक दिन अपेक्षित पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों की राय ली गई। दूसरे दिन मंगलवार को बूथ अध्यक्षों की रायशुमारी हुई। गुरुवार को मंडल अध्यक्षों की सूची भी सामने आ गई। खंडवा शहर में कुशाभाउ ठाकरे मंडल के लिए प्रदीप यादव को मंडल अध्यक्ष बनाया गया है। प्रदीप यादव पहले संगठन में किसी भी दायित्ववान पद पर नहीं रहे। उन्हें सांसद का करीबी बताया जा रहा है। वहीं, खंडवा ग्रामीण के जावर मंडल में हरीश सेन और अमलपुरा मंडल में श्याम फूलमाली मंडल अध्यक्ष बनाए गए है। दोनों विधायक तनवे के समर्थक है और सांसद के समन्वय भी इन्हें प्राप्त हुआ।
खालवा अध्यक्ष को दूसरा मौका, खार में महिला अध्यक्ष
हरसूद विस को खंडवा भाजपा में मजाकिया तौर पर केंद्र शासित प्रदेश कहा जाता है। यहां विधायक व मंत्री विजय शाह समर्थक ही संगठन में काबिज होते है। यहां नए बने आशापुर मंडल सहित खार, खालवा, हरसूद नगर, ग्रामीण, रोशनी में मंत्री समर्थित अध्यक्ष बनाए गए है। यहां खालवा में शुभम तिवारी को दूसरी बार मौका मिला है। वहीं, खार मंडल में महिला को प्रतिनिधित्व देते हुए जमनाबाई सुरेश को मंडल अध्यक्ष बनाया गया है। वें 20 मंडलों में एक मात्र महिला अध्यक्ष है।
पंधाना में सांसद, मांधाता में विधायक समर्थक
पंधाना में विधायक छाया मोरे ने सांसद पाटिल को पूरा समर्थन दिया। जिसके चलते सभी छह मंडलों में सांसद के करीबियों को मौका मिला है। गुड़ी मंडल अध्यक्ष बनाए गए जगराम यादव तो विस चुनाव के पहले तक कांग्रेस में थे और छाया मोरे के साथ भाजपा में आए थे। सांसद, विधायक के समन्वय से उन्हें भी पद मिल गया। वहीं, मांधाता में विधायक नारायण पटेल की चली। सभी पांच मंडलों में उनके समर्थकों को मौका दिया गया है। ओंकारेश्वर मंडल के अध्यक्ष जगदीश संकडिय़ा को दूसरी बार मौका मिला है।
गरमाएगी भाजपा की राजनीति
मंडल अध्यक्ष चुनाव में भाजपा ने पूरी पारदर्शिता की बात कही थी। बावजूद इसके सांसद, विधायकों के समर्थक ही मंडलों में काबिज हुए। खंडवा के पांच मंडलों में से शहर के दो मंडल अटल बिहारी बाजपेयी और नए बने पं. दीनदयाल उपाध्याय मंडल की घोषणा बाकी है। शहर के तीनों मंडलों में महापौर समर्थक भी अध्यक्ष की दौड़ में शामिल थे। देखना ये है कि बचे हुए दो मंडलों में किसकी चलती है। भाजपा ने 20 मंडल अध्यक्षों सहित 20 मंडल प्रतिनिधियों की घोषणा भी की है, जो अध्यक्ष के चुनाव में रायशुमारी में शामिल होंगे। भाजपा जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल सहित सभी जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों ने मंडल अध्यक्षों को बधाई दी।

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