मंगलवार शाम को खंडवा जिले के गुलगांव रैय्यत पंचायत के सहायक सचिव गजेंद्र सिंह राठौर ने केनूद तालाब के पास जहर खाकर आत्महत्या की है। इससे पहले राठौर ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है। वायरल हो रहे वीडियो में वो कहते नजर आए कि उनकी मौत का जिम्मेदार पुनासा जनपद पंचायत सीईओ रीना चौहान है।
वीडियो में सहायक सचिव कहता नजर आ रहा है कि ‘भ्रष्टाचारी सरकार में भ्रष्ट अधिकारी हैं। अगर मैं एक लाख रूपए दे देता तो मेरी नौकरी रहती। लेकिन, अगर मैं उन्हें एक लाख रुपए दे दूंगा तो बाल-बच्चे कैसे पालूंगा?’ इधर, मृतक के परिजन का कहना है कि शाम को केनूद के तालाब के पास उन्होंने जहरीला पदार्थ पी लिया था। जैसे ही हमें पता चला तो हम मौके पर पहुंचे और उन्हें पुनासा के अस्पताल लेकर पहुंचे। उस समय तक वो जिंदा थे, लेकिन उनकी हालत बहुत गंभीर थी।
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पुनासा अस्पताल ने भी उनकी हालत देखकर तत्काल जिला अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन, देर शाम को उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वो नौकरी से हटाने के बाद से काफी परेशान थे। विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे रुपए मांगे जा रहे थे, जो हम देने में असमर्थ थे।
जनपद पंचायत सीईओ की सफाई
वहीं, पुनासा जनपद पंचायत सीईओ रीना चौहान ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा की सहायक सचिव राठौर झूठ बोल रहे है। मुझे आए दो साल हुए हैं। ये केस दो साल पहले का है। जब वह नौकरी पर नहीं आ रहे थे तो वेतन कैसे बनेगा। जिन 5 माह के वेतन का बोल रहे है उसमें भी वह पूरी तरह कार्य पर नहीं आए। फिलहाल सहायक सचिव गजेंद्र राठौर की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।