अरुण यादव शनिवार 12 मई को कर्नाटक एक्सप्रेस से खंडवा आएंगे। रेलवे स्टेशन से सीधे जिला कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन पहुंचेंगे। यहां कांग्रेस ने कार्यकर्ता सम्मेलन रखा है। इसमें खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, देवास, हरदा, बड़वानी सहित अन्य जिलों से पदाधिकारी और कार्यकर्ता आएंगे।शुक्रवार को गांधी भवन में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ओंकार पटेल, शहर अध्यक्ष इंदलसिंह पंवार, श्याम यादव, सुनील सकरगाये, जितेंद्र चौधरी, यशवंत सिलावट, विशाल सोनी, गुलशन अरोरा सहित अन्य ने रणनीति बनाई। साथ ही पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को फोन भी लगाए।
तीन हजार कार्यकर्ता जुटाने का लक्ष्य
कांग्रेस के जिला व शहर संगठन ने सम्मेलन में तीन हजार कार्यकर्ताओं को जुटाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए बकायदा नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। कार्यकर्ताओं को फोन भी लगाए जा रहे हैं।
कांग्रेस के जिला व शहर संगठन ने सम्मेलन में तीन हजार कार्यकर्ताओं को जुटाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए बकायदा नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। कार्यकर्ताओं को फोन भी लगाए जा रहे हैं।
शक्ति प्रदर्शन के लिए वाहनों का काफिला
प्रदेश अध्यक्ष का पद भले ही अरुण यादव के पास नहीं रहा हो लेकिन उनके समर्थक शक्ति प्रदर्शन में कहीं से भी पीछे नहीं रहने की कार्ययोजना बना रहे हैं। अरुण यादव के आगमन पर तीन सौ से ज्यादा वाहन आने का दावा किया गया है।
प्रदेश अध्यक्ष का पद भले ही अरुण यादव के पास नहीं रहा हो लेकिन उनके समर्थक शक्ति प्रदर्शन में कहीं से भी पीछे नहीं रहने की कार्ययोजना बना रहे हैं। अरुण यादव के आगमन पर तीन सौ से ज्यादा वाहन आने का दावा किया गया है।
राहुल गांधी से मिलने के बाद पहली बार करेंगे मन की बात
प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद नाराज अरुण यादव ने मीडिया से मुखातिब होकर ये कहा था कि अब उन्हें कोई विधानसभा या लोकसभा चुनाव नहीं लडऩा है। हालांकि इसके बाद उन्होंने पार्टी जैसा कहेगी, वो आदेश मानूंगा वाली बात भी कही थी लेकिन अब जब वे खंडवा आ रहे हैं तो इससे पहले उनकी राहुल गांधी से बात हुई है। पार्टी में महासचिव बनाए जाने या पिछड़ा वर्ग में बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चाओं के बीच वे शनिवार को एक बार फिर मीडिया के सामने होंगे और यहां वे अपने मन की बात करेंगे। उनके यहां दिए जाने वाले बयान के संसदीय क्षेत्र के राजनीति दृष्टिकोण से कई मायने सामने आ सकते हैं।
प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद नाराज अरुण यादव ने मीडिया से मुखातिब होकर ये कहा था कि अब उन्हें कोई विधानसभा या लोकसभा चुनाव नहीं लडऩा है। हालांकि इसके बाद उन्होंने पार्टी जैसा कहेगी, वो आदेश मानूंगा वाली बात भी कही थी लेकिन अब जब वे खंडवा आ रहे हैं तो इससे पहले उनकी राहुल गांधी से बात हुई है। पार्टी में महासचिव बनाए जाने या पिछड़ा वर्ग में बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चाओं के बीच वे शनिवार को एक बार फिर मीडिया के सामने होंगे और यहां वे अपने मन की बात करेंगे। उनके यहां दिए जाने वाले बयान के संसदीय क्षेत्र के राजनीति दृष्टिकोण से कई मायने सामने आ सकते हैं।
गुटबाजी सबसे बड़ा मुद्दा
कांग्रेस के लिए गुटबाजी कई वर्षों से बड़ा मुद्दा रही है। हाल-फिलहाल भी कुछ ऐसी ही स्थितियां हैं। अब जबकि मप्र कांग्रेस की कमान कमलनाथ के हाथों में तो उनके समर्थक ज्यादा सक्रिय व शक्तिशाली नजर आ रहे हैं लेकिन अरुण यादव के समर्थक भी संसदीय क्षेत्र में उनकी इस वापसी को खास बनाने में जुटे हैं। हालांकि यहां एक बार फिर ये मुद्दा उठेगा कि पूर्व विधायक राजनारायणसिंह की वापसी कमलनाथ की स्वीकृति से हुई है तो फिर जिलाध्यक्ष और शहर अध्यक्ष सहित खुद अरुण यादव ने इसका विरोध किया है तो अब आगे की क्या रणनीति है। इसके अलावा संगठन में बदलाव किए जाने की खबरों पर भी बात होगी।
कांग्रेस के लिए गुटबाजी कई वर्षों से बड़ा मुद्दा रही है। हाल-फिलहाल भी कुछ ऐसी ही स्थितियां हैं। अब जबकि मप्र कांग्रेस की कमान कमलनाथ के हाथों में तो उनके समर्थक ज्यादा सक्रिय व शक्तिशाली नजर आ रहे हैं लेकिन अरुण यादव के समर्थक भी संसदीय क्षेत्र में उनकी इस वापसी को खास बनाने में जुटे हैं। हालांकि यहां एक बार फिर ये मुद्दा उठेगा कि पूर्व विधायक राजनारायणसिंह की वापसी कमलनाथ की स्वीकृति से हुई है तो फिर जिलाध्यक्ष और शहर अध्यक्ष सहित खुद अरुण यादव ने इसका विरोध किया है तो अब आगे की क्या रणनीति है। इसके अलावा संगठन में बदलाव किए जाने की खबरों पर भी बात होगी।
नंदकुमारसिंह चौहान की इस तरह हुई थी वापसी
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष का तमगा हटने के बाद सांसद नंदकुमारसिंह चौहान पहली बार 20 अप्रैल को गोवा एक्सप्रेस से खंडवा आए थे। सुबह 5.35 बजे ट्रेन से उतरने पर प्लेटफॉर्म पर मंडी अध्यक्ष आनंद मोहे, मोहन गंगराड़े, तेजेंद्र बाथम और अनिल भगत ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इसके बाद एफओबी पर महापौर सुभाष कोठारी पहुंचे और चर्चा की। उन्हें अमरावती जाना था, सांसद से इस बारे में बात करके यहां से चले गए। भाजपा नगराध्यक्ष धर्मेंद्र बजाज ने भी एफओबी पर चर्चा की। यहीं से भाजयुमो के नगराध्यक्ष रितेश कपूर, पार्षद सागर आरतानी व अन्य साथ हुए। इधर, भाजपा जिलाध्यक्ष ने गुरुवार रात में फेसबुक के माध्यम से अपील की थी कि 20 अप्रैल को गोवा एक्सप्रेस से नंद कुमार चौहान पहुंचेंगे। आप सभी कार्यकर्ताओं से निवेदन हैं, सुबह रेलवे स्टेशन पहुंचे। उपाध्यक्ष नंदन करोड़ी ने भी इसे अपनी प्रोफाइल पर पोस्ट करते हुए जिलाध्यक्ष को टैग किया। लेकिन ये दोनों ही सुबह रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर नहीं पहुंच पाए। नंदकुमारसिंह जब यहां से सर्किट हाउस जाने के लिए गाड़ी में बैठकर जाने लगे, तब जिलाध्यक्ष पहुंचे जरूर लेकिन चर्चा सर्किट हाउस में ही हुई। जिलाध्यक्ष बोले- मैं थोड़ा लेट हो गया था पर रेलवे स्टेशन पहुंच गया था।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष का तमगा हटने के बाद सांसद नंदकुमारसिंह चौहान पहली बार 20 अप्रैल को गोवा एक्सप्रेस से खंडवा आए थे। सुबह 5.35 बजे ट्रेन से उतरने पर प्लेटफॉर्म पर मंडी अध्यक्ष आनंद मोहे, मोहन गंगराड़े, तेजेंद्र बाथम और अनिल भगत ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इसके बाद एफओबी पर महापौर सुभाष कोठारी पहुंचे और चर्चा की। उन्हें अमरावती जाना था, सांसद से इस बारे में बात करके यहां से चले गए। भाजपा नगराध्यक्ष धर्मेंद्र बजाज ने भी एफओबी पर चर्चा की। यहीं से भाजयुमो के नगराध्यक्ष रितेश कपूर, पार्षद सागर आरतानी व अन्य साथ हुए। इधर, भाजपा जिलाध्यक्ष ने गुरुवार रात में फेसबुक के माध्यम से अपील की थी कि 20 अप्रैल को गोवा एक्सप्रेस से नंद कुमार चौहान पहुंचेंगे। आप सभी कार्यकर्ताओं से निवेदन हैं, सुबह रेलवे स्टेशन पहुंचे। उपाध्यक्ष नंदन करोड़ी ने भी इसे अपनी प्रोफाइल पर पोस्ट करते हुए जिलाध्यक्ष को टैग किया। लेकिन ये दोनों ही सुबह रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर नहीं पहुंच पाए। नंदकुमारसिंह जब यहां से सर्किट हाउस जाने के लिए गाड़ी में बैठकर जाने लगे, तब जिलाध्यक्ष पहुंचे जरूर लेकिन चर्चा सर्किट हाउस में ही हुई। जिलाध्यक्ष बोले- मैं थोड़ा लेट हो गया था पर रेलवे स्टेशन पहुंच गया था।