scriptइस रेलवे स्टेशन पर भी होंगी वर्ल्ड क्लास सुविधाएं, पर्यटकों को तेज रफ्तार से पहुंचाएगी ट्रेनें | Khajuraho railway station will become world class | Patrika News
खजुराहो

इस रेलवे स्टेशन पर भी होंगी वर्ल्ड क्लास सुविधाएं, पर्यटकों को तेज रफ्तार से पहुंचाएगी ट्रेनें

भोपाल के रानी कमलापति के बाद अब खजुराहो रेलेव स्टेशन भी विश्वस्तरीय बनाया जाएगा…।

खजुराहोJun 07, 2022 / 03:39 pm

Manish Gite

khajuraho3.png

खजुराहो। बहुत जल्द मध्यप्रदेश का खजुराहो रेलवे स्टेशन विश्वस्तरीय हो जाएगा। राजधानी भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के बाद खजुराहो रेलवे स्टेशन को भी आधुनिक अमली जामा पहनाया जाएगा। इसके लिए सैद्धांतिक स्वीकृति हो चुकी है। इधर, दिल्ली से खजुराहो के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएगी। वहीं ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए इंटरलॉकिंग का काम शुरू हो गया है।


मंदिरों और मूर्तिकला के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध विश्व प्रसिद्ध खजुराहो में बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय पर्यटक आते हैं। इसे देख यहां के एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन को आधुनिक और सर्वसुविधायुक्त बनाया जा रहा है। खजुराहो रेलवे स्टेशन को भी एयरपोर्ट की तरह बनाया जाएगा। इसी सिलसिले में स्टेशन का डीपीआर का काम अगस्त में शुरू हो जाएगा।

रेलवे मंडल के पीआरओ मनोज सिंह के मुताबिक स्टेशन पर होटल, रेस्टोरेंट, आधुनिक लाउंज की सुविधा यात्रियों को मिलेगी। अप्रैल माह में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव 2 दिन के दौरे पर खजुराहो आए थे। उन्होंने उसी वक्त खजुराहो रेलवे स्टेशन को रानी कमलापति स्टेसन की तरह विश्वस्तरीय बनाने की घोषणा की थी।

 

यह भी पढ़ेंः

अगस्त में पूरा हो जाएगा रेलवे लाइन का विद्युतीकरण, सितंबर से चलेगी वंदे भारत ट्रेन

khajuraho1.jpg

इस रूट पर बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तार, 110 किमी हो जाएगी स्पीड

रेलवे इन दिनों ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। इंटरलॉकिंग सिस्टम के बाद ट्रेनों की रफ्तार 70 से बढ़कर 100 प्रति घंटा हो जाएगी। इससे यात्रियों का समय भी बचेगा।

ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए रेल विभाग ट्रैक को अत्याधुनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम से जोडऩे की कवायद में जुटा है। स्टेशन अत्याधुनिक कंप्यूटरीकृत इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग सिस्टम से जोड़े जा चुके। झांसी रेल मंडल में चार विभिन्न रेल सेक्शन के बीच यह काम चल रहा है।

रेल अफसरों के मुताबिक इंटरलॉकिंग सिस्टम तैयार होने से ललितपुर-खजुराहो रेलखंड के बीच ट्रेन की रफ्तार 70 किमी से बढ़कर 100 किमी प्रतिघंटे हो गई। अन्य रेल खंड में काम पूरा होने पर गाडिय़ों की रफ्तार बढ़ाने में मदद मिलेगी।

ट्रेन की रफ्तार में सिग्नल सबसे अहम होता है। अभी कई जगह ऐसा सिग्नल सिस्टम काम कर रहा जिसमें रेल कर्मचारी को प्वाइंटर पर जाकर सिग्नल देना होता है। इससे ट्रेन की गति प्रभावित होती है। अब रेलवे इसे अत्याधुनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम से बदलने की कवायद में जुटा है। इसकी मदद से स्टेशन मास्टर कक्ष में लगे पैनल का बटन दबाते ही सिग्नल खुद बदल जाएगा।

पिछले वित्तीय वर्ष में वीरागंना लक्ष्मीबाई से कानपुर खंड के पांच स्टेशन, धौलपुर से बीना के बीच आठ स्टेशन, रायरू- झांसी के बीच दो स्टेशन एवं ग्वालियर में आरआइआई, बिजरौठा-ललितपुर के बीच काम पूरा हो गया। अभी झांसी से सतना ट्रैक, मानिकपुर समेत अन्य रेलखंड पर काम चल रहा है। ललितपुर से जोरान के बीच रेलखंड में भी काम तेजी से चल रहा है। रेल अफसरों के मुताबिक जिन सेक्शन में यह काम पूरा हुआ है वहां गाड़ी की रफ्तार 50 से बढ़कर 110 किमी प्रतिघंटे हो गई। ललितपुर-खजुराहो के बीच भी ट्रेन की रफ्तार बढ़ गई। जनसंपर्क अधिकारी मनोज सिंह का कहना है विभिन्न सेक्शन में यह काम तेजी से हो रहा है। कुछ महीने पहले बानमोर स्टेशन की तीसरी लाइन को नई अत्याधुनिक इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग से जोड़ा गया। इससे ट्रेन की रफ्तार बढऩे में मदद मिलेगी।

Hindi News / Khajuraho / इस रेलवे स्टेशन पर भी होंगी वर्ल्ड क्लास सुविधाएं, पर्यटकों को तेज रफ्तार से पहुंचाएगी ट्रेनें

ट्रेंडिंग वीडियो