पीजी कॉलेज से थे अधिक विद्यार्थी
पीजी कॉलेज कवर्धा में अंडर ग्रेजुएट विषय यानि बीए, बीएससी और बीकॉम फ स्र्ट व सेकंड ईयर के 5 हजार से विद्यार्थियों का परीक्षा दुर्ग यूनिवर्सिटी ने लिया था। मार्च से परीक्षाएं शुरू हुई थी। परीक्षा के बाद भी नतीजे जारी करने में 2 महीने देरी हुई थी। अब लेटलतीफ ी कर इन विद्यार्थियों की अंकसूचियों को अटका दिया है। इससे विद्यार्थी अधिक परेशान हो चुके हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
पीजी कॉलेज कवर्धा में अंडर ग्रेजुएट विषय यानि बीए, बीएससी और बीकॉम फ स्र्ट व सेकंड ईयर के 5 हजार से विद्यार्थियों का परीक्षा दुर्ग यूनिवर्सिटी ने लिया था। मार्च से परीक्षाएं शुरू हुई थी। परीक्षा के बाद भी नतीजे जारी करने में 2 महीने देरी हुई थी। अब लेटलतीफ ी कर इन विद्यार्थियों की अंकसूचियों को अटका दिया है। इससे विद्यार्थी अधिक परेशान हो चुके हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
नेट की काफी से चला रहे काम
अंक सूची के नहीं आने के कारण विद्यार्थी किसी भी काम के लिए नेट की कापी से ही काम चला रहे हैं। परीक्षा फार्म भरने व नया एडमिशन लेने के लिए नेट की ही काफी का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन किसी नौकरी में एपलाई करने के लिए अधिक परेशानी हो रही है। यहां नेट की काफी नहीं ऑरिजन मांगे जा रहे हैं। इससे विद्यार्थीअधिक परेशान हो चुके हैं। पुराने सत्र का अंक सूची अब तक नहीं आया है और नए सत्र की परीक्षा की तैयारी जोरो से शुरु हो चुकी है।
अंक सूची के नहीं आने के कारण विद्यार्थी किसी भी काम के लिए नेट की कापी से ही काम चला रहे हैं। परीक्षा फार्म भरने व नया एडमिशन लेने के लिए नेट की ही काफी का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन किसी नौकरी में एपलाई करने के लिए अधिक परेशानी हो रही है। यहां नेट की काफी नहीं ऑरिजन मांगे जा रहे हैं। इससे विद्यार्थीअधिक परेशान हो चुके हैं। पुराने सत्र का अंक सूची अब तक नहीं आया है और नए सत्र की परीक्षा की तैयारी जोरो से शुरु हो चुकी है।