कवर्धा

Monsoon 2024: 12 प्रमुख नदियों के किनारे बसे इन 154 गांव पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा, Alert Mode पर प्रशासन

Kawardha Flood Risk: बैठक में बताया गया कि संभावित बाढ़ के लिए जिले के छोटी-बड़ी प्रमुख 12 नदी-नालों के तट पर बसे 154 ग्रामों को संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए चिन्हांकन किया गया है।

कवर्धाJul 26, 2024 / 08:57 am

Khyati Parihar

Flood Risk: कबीरधाम जिले के छोटी-बड़ी प्रमुख 12 नदी-नालों के तट पर बसे 154 ग्रामों को संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए चिन्हांकित किया गया है। इन सभी ग्रामों को संभावित बाढ़ से बचान और राहत पहुंचाने के लिए 58 राहत शिविर तय किए गए है ताकि आपदा पर तुरंत राहत मिल सके।
कबीरधाम जिले में बाढ़-आपदा व राहत-बचाव कार्य के लिए जिला शासन द्वारा कार्य योजना तैयार कर लिया गया है। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बुधवार को समय सीमा की बैठक में कबीरधाम जिले में पिछले चार दिनों से हो रही रूक-रूक कर बारिश को विशेष ध्यान में रखते हुए तहसीलवार वर्षा की स्थिति और संभावित बाढ़ और उनके निपटने के लिए तैयारियों की जानकारी ली।
जिला स्तरीय बाढ़ व आपदा नियंत्रण कक्ष के लिए डिप्टी कलेक्टर आरबी देवांगन को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। बैठक में बताया गया कि संभावित बाढ़ के लिए जिले के छोटी-बड़ी प्रमुख 12 नदी-नालों के तट पर बसे 154 ग्रामों को संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए चिन्हांकन किया गया है। प्रमुख नदियों में सकरी नदी के किनारे बसे 39 गांव, नदी के किनारे बसे 18 गांव, हाफ नदी के किनारे बसे 43 गांव, सिल्हाटी नदी के किनारे बसे 6 गांव, तमडू नदी के किनारे 4 गांव, आगर नदी के किनारे बसे 11 गांव, बंजर नदी के किनारे बसे 5 गांव, जमुनिया नदी के किनारे बसे 8 गांव, उड़िया नदी के किनारे बसे 5 गांव, सहसपुर नदी के किनारे बसे 6 गांव, बेलहरी नाला के किनारे बसे 3 गांव और कर्रा नाला के किनारे बसे 6 गांव इस तरह से कुल 154 गांवों को संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के रूप में चिन्हांकन किया गया है।
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राहत शिविर के लिए 58 स्कूल, भवन, सामुदायिक भवनों को चिन्हांकित किया गया। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक पिछले 24 घंटे में 153.6 मिलीमीटर वर्षा हुई है जो पिछले वर्ष की अपेक्षा में 105 प्रतिशत है। बैठक में जिले के सभी नदी-नालों और प्रमुख पुल-पुलिया के मुय मार्गों में जल बहाव, पांच माध्यम जलाशयों सहित अन्य लघु जलाशयों में जल भराव की स्थिति की समीक्षा की। छीरपानी जलाशय में सबसे अधिक 90 प्रतिशत जलभरा हो चुका है।

खाद्य सामग्री संग्रहित करने के निर्देश

कलेक्टर महोबे ने जिले में हो रही बारिश को देखते हुए जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, जल संसाधन विभाग और जनपद सीईओ को अपने-अपने क्षेत्रों के सभी छोटी-बढ़ी नदी-नालों, जलाशयों में जल भराव व जल बहावों पर विशेष निगरानी रखने सहित आवश्यक निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकरी, तहसीलदार, जनपद सीईओ को अपने-अपने क्षेत्रों के मध्यम जलाशय के उलट एरिया और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों व नदी के किनारे बसे संभावित बाढ़ प्रभावित ग्रामों के लिए चिन्हांकित शिविरों के लिए वहां पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री, नमक, कोरोसीन, जीवन रक्षक दवाइयां आदि संग्रहित करने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं।

कंट्रोल रूम स्थापित

जिले में बाढ़ आपदा नियत्रंण कक्ष एवं कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कंट्रोल रूम का दूरभाष नबर 07741232038 है। उक्त नियंत्रण कक्ष 24 घंटा क्रियाशील रहेगा। इसके अतिरिक्त आपात स्थिति में इन दूरभाष नंबर एवं अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है। जिला नगर सेनानी, प्रभारी फ ायर बिग्रेड अधिकारी, पुलिस नियत्रंण कक्ष 07741232674, 231887, 100 अथवा 112, जिला चिकित्सालय 07741233553 अथवा 108 पर त्वरित सूचना प्रेषित किया जा सकता है।

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