पटना पिपरिया थाने के ग्राम हरी को है। बताया जा रहा है छात्र परीक्षा में फेल होने पर दुखी था। संभावतः इसी कारण के चलते उसने
यह खौफनाक कदम उठाया। पुलिस मर्ग कायम कर पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है। मृतक मनोज (19) पिता चंद्रकुमार कवधों के पीजी कॉलेज में बीएससी फरट ईयर का छात्र था। एक दिन पहले ही 26 जून को बीएससी एग्जाम का रिजल्ट जारी हुआ।
मृतक इंटरनेट के माध्यम से अपना रिजल्ट चेक किया, जिसमें अनुतीर्ण दिखाई दिया। इसके बाद से युक्क बेहद हताश हो गया। दूसरे दिन सुबह युवक को शव घर में लगे सिलिंग पंखे में फांसी पर लटका मिला। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचन्द्रमा बनाकर पीएम के बाद शव परिजन की सौप दिया। इस खौफनाक कदम से परिजनों का बुरा हाल है। पुलिस मामले की मर्ग कायम कर आगे की जांच में जुट गई है।
Kawardha Suicide Case: यह कदम सही नहीं
किसी परीक्षा में होने से जीवन को समाप्त कर लेना किसी भी तरह से सही नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि इससे समस्या का समाधान नहीं होता, बल्कि परिजनों की मुश्किलें और बढ़ जाती है। परिजन अपने संतान को देते हैं उसके दुख वर्द को समझने की आवश्यकता होती है। जीवन पहली बार मिला है असफलता मिलने पर इस प्रकार के गलत कदम उठाने से युवाओं को सोचना होगा। सहनशीलता की कमी के चलते ऐसे परिणाम सामने आ रहे हैं।