यह भी पढ़ें: CG Job Vacancy 2024: CM साय का बड़ा तोहफा! स्वास्थ्य विभाग में 650 पदों पर होगी भर्ती, वित्त विभाग ने दी अनुमति जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जन औषधि केंद्र खुलेगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुुरू कर दी है। यह सुविधा ग्रामीण अंचलों के ब्लॉक मुख्यालय के अस्पतालों में 2 अक्टूबर से पहले दी जानी है। हालांकि अभी एक केंद्र प्रारंभ हो जाएगा, बाकी बारी-बारी से किया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की कवायद जारी है। ग्रामीण अंचलों के अस्पतालों में जन औषधि केंद्र खुलने से मरीजों को अब गांव में ही सस्ती दवा मिलने लगेगी।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में विभाग नित नए प्रयोग करना भले ही चाह रही है, लेकिन ग्रामीण अंचलों में डॉक्टर सहित अन्य कर्मचारियों की कमी की आपूर्ति नहीं कर पा रही है। हाल ही में स्वास्थ्य विभाग मरीजों की हित में कुछ नया करना चाह रही है। इसके चलते ही जिले के चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जन औषधि केंद्र खोलने जा रही है। इससे मरीजों को सस्ती दवा का लाभ मिलेगा। निजी दवा दुकानों से ब्रांडेड व मंहगी दवा से काफी हद तक मुक्ति मिलेगी। यह जन औषधि केंद्र जीवन दीप समिति के निर्देशन में संचालित की जाएगी।
डॉक्टर स्वयं लिख रहे ब्रांडेड दवाइयां लोगाें की बड़ी पूंजी बीमारी और दवाईयों में ही खर्च हो जाती है। ऐसे में शासन और सरकार चाहती है कि कम दर पर लोगों को निजी मेडिकल स्टोर्स की दवाएं उपलब्ध हो सके। इसके लिए ही सख्ती की जाती है कि सभी सरकारी अस्पताल के डॉक्टर मरीजों को जन औषधि केंद्र की दवाएं ही लिखे। लेकिन मरीजों के साथ डॉक्टर को भी ब्रांडेड दवाओं पर ही भरोसा रहता है। क्योंकि वह जल्द से जल्द बीमारी से छुटकारा पाना चाहते हैं। इसके चलते ही लोग जनऔषधि केंद्र के दवा की जगह निजी मेडिकल स्टोर्स के ब्रांडेड दवाई ही खरीदते हैं।
सहसपुर लोहारा के अलावा ब्लॉक मुख्यालय बोड़ला और पिपरिया में भी जन औषधि केंद्र खोला जाना है। कुकदुर में जन औषधि केंद्र खोलने के लिए भी आवेदन मिला। इसके परीक्षण के बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी। जो भी फर्मासिस्ट डिग्रीधारी वह जन औषधि केंद्र केंद्र खोल सकता है। जगह स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुहैया कराया जाएगा।जिले में छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है। पंडरिया में पहले से जन औषधि केंद्र है। बाकी पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जन औषधि केंद्र के लिए तैयारी की जा रही है।
शासन की ओर से एक निर्धारित मापदंड तय किया गया कि जिस स्वास्थ्य केंद्र में 50 से अधिक मरीज रोजाना पहुंचते हैं वहां पर दवा दुकान मतलब जन औषधि केंद्र खोला जा सकता है। इस कड़ी में पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रयास किया जा रहा है। इसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जन औषधि केंद्र खोला जाएगा। इससे नगरीय क्षेत्र के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी लोगाें सस्ते दाम पर दवाईयां मिलने लगेंगे। इससे गरीब वर्ग पर आर्थिक बोझ कम हो सकेगा।
नगर पंचायत से एनओसी मिलना बाकी कवर्धा के जिला अस्पताल और पंडरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहले से ही जन औषधि केंद्र संचालित है। इसके अलावा अब सहसपुर लोहारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनऔषधि केंद्र खोलने की पूरी तैयारी हो चुकी है। पूरी तरह से सामान पहुंच चुके हैं। अब केवल नगर पंचायत कार्यालय से एनओसी मिलना बाकी है। जैसे ही एनओसी मिलेगी जन औषधि केंद्र खोल दिया जाएगा।