ठाकुर देव चौक
शहर से राजधानी जाने वाले मार्ग पर ठाकुर देव है, जहां ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल हो चुकी है। चौक के नजदीक ही ऑटो व ट्रैक्सी खड़े रहते हैं, जो सड़क पर ही सवारी चढ़ाते और उतारते है। वहीं ट्रैफिक पर चौतरफा दबाव के कारण हादसे का भी खतरा बना रहता है। बावजूद इसके पुलिस यातायात व्यवस्था सुधारने के बजाय मूकदर्शक बने रहते हैं इसे लोग परेशान हो रहे हैं।
शहर से राजधानी जाने वाले मार्ग पर ठाकुर देव है, जहां ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल हो चुकी है। चौक के नजदीक ही ऑटो व ट्रैक्सी खड़े रहते हैं, जो सड़क पर ही सवारी चढ़ाते और उतारते है। वहीं ट्रैफिक पर चौतरफा दबाव के कारण हादसे का भी खतरा बना रहता है। बावजूद इसके पुलिस यातायात व्यवस्था सुधारने के बजाय मूकदर्शक बने रहते हैं इसे लोग परेशान हो रहे हैं।
अंबेडकर चौक
अंबेडकर चौक पर यातायात व्यवस्था भगवान भरोसे चलती है। अंबेड़कर चौक चारों ओर से वाहनों का आवागमन होता रहता है। इसके चलते छोटी बड़ी हादसे होते रहते हैं। सुरक्षा के लिहाज से चौक पर यातायात पुलिस तैनात किए जाना चाहिए। जवान तैनात नहीं होने के कारण चौराहे से वाहन चालक तेज रफ्तार से गुजरते हैं, जो हादसे का मुख्य कारण बनता है।
अंबेडकर चौक पर यातायात व्यवस्था भगवान भरोसे चलती है। अंबेड़कर चौक चारों ओर से वाहनों का आवागमन होता रहता है। इसके चलते छोटी बड़ी हादसे होते रहते हैं। सुरक्षा के लिहाज से चौक पर यातायात पुलिस तैनात किए जाना चाहिए। जवान तैनात नहीं होने के कारण चौराहे से वाहन चालक तेज रफ्तार से गुजरते हैं, जो हादसे का मुख्य कारण बनता है।
दुर्गावति चौक
नगर के दुर्गावति चौक पर भी यातायात दबाव बढ़ता ही जा रहा है। इसका मुख्य ज्यादातर लोग अपने छोटे बड़े काम काज को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय से लेकर तहसील कार्यालय पहुंचते है। इसके चलते लगातार वाहनों का आवागमन होता रहता है। यहां पुलिसकर्मी तो नहीं होते, लेकिन लोगों को यातायात की सीख देने बेरीगेट्स लगाकर डिवाइडर बना दिए हैं। यह डिवाइडर कभी अस्त-व्यस्त हो जाते हैं, तो वाहन चालकों के अनियंत्रित होकर दुर्घटना होने का डर बना रहता है।
नगर के दुर्गावति चौक पर भी यातायात दबाव बढ़ता ही जा रहा है। इसका मुख्य ज्यादातर लोग अपने छोटे बड़े काम काज को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय से लेकर तहसील कार्यालय पहुंचते है। इसके चलते लगातार वाहनों का आवागमन होता रहता है। यहां पुलिसकर्मी तो नहीं होते, लेकिन लोगों को यातायात की सीख देने बेरीगेट्स लगाकर डिवाइडर बना दिए हैं। यह डिवाइडर कभी अस्त-व्यस्त हो जाते हैं, तो वाहन चालकों के अनियंत्रित होकर दुर्घटना होने का डर बना रहता है।