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नशे में डूबी युवा पीढ़ी.. 2 से 10 रुपए में मिल रहे दवाइओं का कर रहे सेवन, पलक झपकते ही करता है असर

CG Kawardha News : युवकों में दिनब दिन नशे को लेकर झुकाव बढ़ता जा रहा है।

कवर्धाAug 26, 2023 / 05:17 pm

Kanakdurga jha

नशे में डूबी युवा पीढ़ी.. 2 से 10 रुपए में मिल रहे दवाइओं का कर रहे सेवन, पलक झपकते ही करता है असर

नशे में डूबी युवा पीढ़ी.. 2 से 10 रुपए में मिल रहे दवाइओं का कर रहे सेवन, पलक झपकते ही करता है असर

CG Kawardha News : युवकों में दिनब दिन नशे को लेकर झुकाव बढ़ता जा रहा है। शराब, सिगरेट, गांजा के साथ अब नशे के लिए युवा नए तरीके भी अपना कर रहे हैं। दर्द और एलर्जी से राहत दिलाने के लिए बनाई गई दवाइयों को उपयोग युवा वर्ग नशे के लिए करने लगा है।
डॉक्टर के अनुसार पेंटविन इंजेक्शन, कोरेक्स सीरप और स्पाजमो प्राक्सीवान कैप्सूल का नशे के लिए उपयोग किया होता है। नशे के ये सामान मेडिकल स्टोर में 2 रुपए से लेकर 15 रुपए में आसानी से मिल जाते हैं। स्पाजमो प्राक्सीवान कैप्सूल पेट दर्द से राहत की दवा है। इसकी कीमत 2 रुपए है। युवा एक साथ चार से पांच कैप्सूल खाकर इसका उपयोग नशे के लिए कर रहे हैं। इसके अलावा पेंटविन इंजेक्शन लगाकर भी युवा वर्ग नशा कर रहा है।
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इंजेक्शन को दस रुपए में बिक्री कर मेडिकल स्टोर के संचालक चांदी काट रहे हैं। नशे के लिए युवा स्पाजमो प्राक्सीवान, एंटी एलर्जिक टेबलेट, नारफि न एंपुल, नाइट्रोसीन टेबलेट, आयोडेक्स व कोरेक्स सीरप का भी उपयोग कर रहे हैं। इनमें से नारफि न व नाइट्रोसीन को तो प्रतिबंधित कर दिया गया है, फिर भी ये मेडिकल स्टोर्स में मिल जाते हैं। रेलवे स्टेशन व बस स्टेंड में भटकने और कबाड़ बीनने वाले बच्चों को बोनफि क्स या सुलेशन सूंघने की लत लग गई है।
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आदेश की उड़ रही धज्जियांजिस दवा को बीमारी से निजात दिलाने के लिए बनाया गया है, उसका उपयोग युवाओं द्वारा नशे के लिए किया जा रहा है। नशे के लिए बीड़ी, सिगरेट और शराब के अलावा सीरप, इंजेक्सन और टेबलेट का उपयोग हो रहा है। कई मेडिकल स्टोर वाले बिना डॉक्टर की पर्ची देखे ही ये नशीली दवाएं बेच रहे हैं। सेंट्रल ड्रग स्टेंडर्ड आर्गेनाइजेशन के निर्देश के अनुसार आदेश जारी किया गया था, जिसके अनुसार नींद की गोली और हैवी एंटीबायोटिक दवा के लिए एमबीबीएस डॉक्टर की पर्ची जरूरी हो गई है।
इसके कुछ दिन बाद कोई भी दवा के लिए एमबीबीएस डॉक्टर की पर्ची अनिवार्य कर दिया था, लेकिन कई दवा विक्रेताओं द्वारा इसका पालन नहीं किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के मेडिकल की बात छोड़ो शहर के मेडिकल स्टोर्स में भी बिना पर्ची के दवा दी जा रही है।
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टेंशन से बचने ले रहे आफ त मोल

घर में पकड़े जाने के टेंशन से बचने के लिए युवा वर्ग नशीली दवा का सेवन कर आफ त मोल ले रहे हैं। विशेषज्ञ की मानें तो पेंटविंन इंजेक्शन लगाने के 30 सेकंड के अंदर उसे नशा हो जाता है। इसी तरह स्पाजमो प्राक्सीवान कैप्सूल और कोरेक्स सीरप का नशा शराब जैसे दूसरे नशे की तुलना में सस्ता पड़ता है। यह हर जगह मेडिकल स्टोर में आसानी से भी मिल जाता है। इसे खाते समय किसी से छिपने की जरूरत नहीं पड़ती। शराब की तरह मुंह से बदबू भी नहीं आती, जिससे नशे के रूप में ऐसी दवा का उपयोग किया जा रहा है।

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