स्मारक के साथ बेकद्री: सिंधिया के गले में डाला फंदा, जेसीबी के बकेट से उठाकर हटाया
जरूरतमंदों के लिए अच्छी पहल
यह पहल न केवल भूखों को खाना खिलाने तक सीमित है, बल्कि समाज में दया और सेवा का संदेश दे रही है। जिला अस्पताल के बाहर मरीजों के परिजनों के लिए यह खिचड़ी किसी वरदान से कम नहीं है, जो कई बार आर्थिक तंगी के कारण खाने का इंतजाम नहीं कर पाते। हनी माखीजा का कहना है कि उन्हें यह सेवा कार्य करने में आत्मसंतोष मिलता है। उन्होंने समाज के सक्षम लोगों से भी कहा है कि वे जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आएं। शांतिनगर निवासी हनी माखीजा का कहना उनकी यह पहल कोविड के समय से शुरू हुई थी, जो कुछ दिनों के लिए बंद हो गई थी, अब पुन: चालू की है। माखीजा की यह पहल समाज सेवा का एक बेहतरीन उदाहरण है, जो न केवल भूखों का पेट भरती है बल्कि मानवता की एक अनोखी मिसाल भी पेश करती है।