खानपान की दुकान पर ही ग्रामीणों ने रेत कंपनी के कर्मचारियों पर छेड़छाड़, मारपीट व गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए उन्हें घेर लिया। किसी तरह कर्मचारी मौके से निकले और बसाड़ी चौराहे पर ही बने ऑफिस में घुस गए। बड़ी संख्या में एकत्रित हुए ग्रामीण रेत कंपनी के ऑफिस पहुंचे और विवाद करने लगे।
दोनों पक्षों ने बरसाए पत्थर
आक्रोशित ग्रामीणों ने रेत कंपनी के कार्यालय में पथराव शुरू कर दिया तो वहीं कार्यालय की छत से खड़े होकर कर्मचारियों ने भी पलटवार करते हुए पथराव किया। इस दौरान सडक़ के दोनों ओर से पत्थर बरसते रहे। कई ग्रामीण डंपर व ट्रक की आड़ लेकर पथराव करते नजर आए। इस दौरान सडक़ पर यातायात थम गया और आवागमन करने वाले राहगीर भी यहां-वहां खुद को बचाने छिप गए।
पथराव के बीच ग्रामीणों रेत कंपनी के कार्यालय के समीप खड़े उनके चारपहिया वाहन को आग के हवाले कर दिया। आगजनी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। ग्रामीण दूसरे वाहन में भी आग लगाने की बात कह रहे है लेकिन एक ग्रामीण कह रहा है कि वे लोग बंदूक लेकर बैठे है।
एएसपी सहित चार थानों का बल पहुंचा
घटना व क्षेत्र में तनाव की सूचना पाकर एएसपी संतोष डेहरिया सहित विजयराघवगढ़, बरही, एनकेजे व बड़वारा थाना का बल मौके पर पहुंचा। विवाद कर रहे ग्रामीणों को खदेड़ा गया। इसके बाद एएसपी पीडि़त दंपति के घर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। घटना के बाद देररात बड़वारा पुलिस ने क्षेत्र में फ्लैगमार्च किया।
ग्रामीणों व रेत कंपनी के कर्मचारियों के बीच हुए विवाद में फायरिंग से क्षेत्र में दहशत का माहौल रहा। ग्रामीणों का कहना है कि फायरिंग की गई है हालांकि पुलिस ने फायरिंग को लेकर पुष्टी नहीं की है। एएसपी ने बताया कि गोली चलाने की जानकारी मिलने पर रेत कंपनी के कैंप में सर्चिंग की गई है। वहां हथियार या गोली का खोखा नहीं मिला है।
खानपान की दुकान में समोसा खरीदने को लेकर विवाद हुआ था। ग्रामीणों व रेत कंपनी के कर्मचारियों के बीच पथराव हुआ है। रेत कंपनी का एक चारपहिया वाहन भी जलाया गया है। घटना की जांच की जा रही है। दोनों पक्षों में कौन घायल हुआ है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। मामले में वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. संतोष डेहरिया, एएसपी