सभी लोग भैंस के ऊपर तख्तियां टांगकर पहुंचे और कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। जनपद के सहायक यात्री एसके खर्द, सीईओ प्रदीप सिंह, कलेक्टर दिलीप कुमार यादव के खिलाफ नारेबाजी की। मंत्री पंचायत राज एवं ग्रामीण विकास, कार्यकारी संचालक उद्यमिता विकास केंद्र सेडमैप के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग रखी की सहायक केंद्रीय एस.के खर्द द्वारा पंचायत के निर्माण कार्यों में योजनाबद्ध तरीके से धांधली की जा रही है।
यह भी पढ़े – अयोध्या की तरह चित्रकूट में बनेगा कामदगिरि परिक्रमा मार्ग, 60 फीट होगी चौड़ाई सामान्य सभा बैठक में सर्व सम्मति से निंदा प्रस्ताव डाला जाकर पारित किया गया, जिसकी आज दिनांक तक कार्रवाई नहीं होने से जनपद अध्यक्ष व सदस्यों में रोष व्याप्त है। कई बार पंचायत में निर्माण कार्य व उसकी गुणवत्ता में कमी की जांच के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र लिखा गया। उन्होंने जांच टीम में सहायक मंत्री को जांच अधिकारी बनाया गया किंतु आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
यह भी पढ़े – कमान संभालते ही एक्शन में आए डीजीपी कैलाश मकवाना, बोले- डिसिप्लिन बनाए रखे पुलिस प्रदर्शन के दौरान कहा गया कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा 19 सितंबर को एक नोटसीट चलाई गई जिसमें भृत्य के वेतन भुगतान किए जाने का लेख था। जनपद में भृत्य के दो पद हैं जिसमें राम मनोहर एवं राजू बर्मन कर रहे थे। जनपद अध्यक्ष गीताबाई ने कहा कि अस्थाई भृत्य वर्षा सेन को दो माह का वेतन भुगतान कर सेवा समाप्त की जाए मेरे द्वारा दिए गए निर्देश की भी अवहेलना की गई। 14 अगस्त को शाखा प्रभारी राजकुमार पांडे के द्वारा नोट सेट चलाई गई जिसमें दो डाटा एंट्री ऑपरेटर आउटसोर्स पर उपलब्ध कराने लेख था। इस प्रकार मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा उदासीन रवैया अपनाया जा रहा है। इसमें 2 डाटा एंट्री ऑपरेटर व 1 भृत्य का लेख कर लिया गया।
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मृत व्यक्ति की मनरेगा में हाजरी
11 अगस्त से 17 अगस्त तक ग्राम पंचायत कौड़िया के सचिव द्वारा मृत व्यक्ति की हाजिरी लगाई गई। शिकायत पर एपीओ वर्षा जैन द्वारा जांच की गई। जांच में दोषी पाया गया। इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। 11 नवंबर को सामान्य सभा की बैठक रखी गई। जिसकी कार्रवाई पंजी में जनपद उपाध्यक्ष व सदस्य रूद्र द्विवेदी के हस्ताक्षर है जबकि कार्रवाई पंजी में मेरे व मुख्य कार्यपालन अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं है। यह कृत्य नियम विरुद्ध है। इस मामले की भी जांच करने मांग की गई थी। यह भी पढ़े – बिजली बिल में होगी कटौती, जिस दिन पूरे हो गए ये प्रोजेक्ट्स
यह भी लगे हैं
अध्यक्ष गीता बाई ने आरोप लगाया है कि लोक सेवक आरके पांडे द्वारा बिना सूचना स्टोर रूम से सामग्री बेची गई। राशि स्वयं रख ली गई ।सभा कक्ष के पंखे गुम होने की संभावना है, या उन्हें बेच दिया गया है। सभाए द्वारका भवन में करनी पड़ रही हैं। इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए निलंबित किए जाने की मांग की गई किंतु भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा कार्रवाई नहीं की।लगातार हीला हवाली बरती जा रही है। विकास कार्यों की निगरानी नहीं की जा रही, जिससे क्षेत्र की जनता परेशान है। अधिकारियों के विरोध में जनप्रतिनिधियों ने प्रदर्शन शुरू किया है। प्रदर्शन के दौरान जनपद अध्यक्ष गीताबाई, सदस्य मीना ढीमर, गंगाबाई, लालबाई, भागवती बाई, कैलाश पटेल, नंदलाल कोरी, पन्नालाल हल्दकार, श्रीलाल हल्दकार आदि मौजूद रहे।