कटनी

खुलेआम चल रही गोलियां, कहां से आ रहे हथियार, यहां की पुलिस अंजान…

Supply of illegal weapons in Katni

कटनीNov 16, 2024 / 08:49 pm

balmeek pandey

आम आदमी से लेकर अपराधियों को आसानी से मिल रहे अवैध हथियार
कटनी में जमकर हो रही अवैध पिस्टल, रिवाल्वर, देशी कट्टा सहित बटनदार चाकूओं की सप्लाई
अपराधियों की पहली पसंद बन रहे अवैध हथियार, तस्करों को नहीं भेद पा रही पुलिस

कटनी. जिले में अपराधों की बढ़ती घटनाएं पुलिस के लिए एक गंभीर चुनौती बन गई हैं। पिछले वर्षों की तुलना में कम आंकड़ों का खाका देकर भले ही पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही है, लेकिन आम आदमी से लेकर अपराधियों तक अवैध हथियारों की आसान पहुंच ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिले में अवैध पिस्टल, रिवॉल्वर और देशी कट्टों की सप्लाई तेजी से बढ़ रही है। हाल के महीनों में कई अपराधियों के पास से अवैध हथियार बरामद किए गए हैं, लेकिन पुलिस तस्करों और सरगनाओं के नेटवर्क को तोडऩे में नाकाम साबित हो रही है।
कटनी में अवैध हथियारों की खेप लगातार पहुंच रही है। पुलिस का मुखबिर तंत्र पूरी तरह फेल हो चुका है, जिससे बड़े अपराधी सरगनाओं तक पहुंच पाना मुश्किल हो रहा है। जिले के थानों में कार्यरत पुलिसकर्मी और स्पेशल स्क्वॉयड भी इन नेटवर्क को भेद पाने में असमर्थ नजर आ रहे हैं। पुलिस द्वारा की जाने वाली छुटपुट कार्रवाई केवल औपचारिकता भर है, जिससे अपराधियों का मनोबल बढ़ रहा है।
लोगों में भय और असुरक्षा का माहौल
अवैध हथियारों की सप्लाई के चलते अपराधों की संख्या में इजाफा हुआ है। पूर्व में हुई लूट, लूट की योजना, हत्या, डकैती जैसी घटनाओं में अवैध हथियारों का धड़ल्ले से उपयोग हो रहा है। इन घटनाओं ने शहरवासियों में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। तस्करों के खिलाफ ठोस कार्रवाई न होने से अवैध हथियारों का यह कारोबार फल-फूल रहा है। पुलिस की निष्क्रियता से अपराधियों को और बढ़ावा मिल रहा है। जिले के प्रमुख इलाकों में कई बार अवैध हथियार बरामद किए गए हैं, लेकिन इनके सप्लाई चैन पर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
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पुलिस को निकालना होगा समाधान
पुलिस को अपने मुखबिर तंत्र को मजबूत बनाना होगा, ताकि अपराधियों और तस्करों के नेटवर्क की सही जानकारी मिल सके। अवैध हथियारों की सप्लाई पर रोक लगाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया जाना चाहिए। पुलिस को स्थानीय जनता का विश्वास जीतकर उनकी मदद लेनी होगी। आधुनिक तकनीक और सर्विलांस सिस्टम का उपयोग कर अपराधियों को ट्रैक करना होगा। पुलिस को अवैध हथियार सप्लाई व अपराध रोकने के लिए अपने कार्यशैली में बदलाव लाना होगा। अवैध हथियारों की बढ़ती समस्या को समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया तो यह समस्या और गंभीर रूप ले सकती है।
ये मामले आ चुके हैं सामने
केस 01

रीठी थाना क्षेत्र में 14 नवंबर को हुई घटना में, जिसमें शिवम मिश्रा ने फायरिंग की दी। बताया जा रहा है युवक ने अवैध हथियार से रघुवीर सोनी पर हमला किया है। वारदात को अंजाम देने के बाद से बदमाश फरार है।
केस 02
4 सितंबर को कोतवाली थाना क्षेत्र के नई बस्ती में स्टाम्प वेंडर मयंक अग्रहरि ने अवैध पिस्टल से 4 साल के बेटी हत्या कर खुद को कनपटी में गोली दागकर मौत को गले लगा लिया। आम आदमी के पास भी यह अवैध हथियार आसानी से पहुंचा।
केस 03
माधवनगर पुलिस ने 23 अगस्त को कुम्हार मोहल्ला में रात्रि गश्त के दौरान राजू वंशकार को पकडकऱ तलाशी ली थी, इस दौरान बदमाश के पास से 32 बोर की लोडेड अवैध पिस्टल बरामद हुई थी।

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केस 04
7 जुलाई को कुठला पुलिस ने मनीष जायसवाल निवासी जरवाही, प्रथम उर्फ अमन राठौर निवासी एनकेजे को पकड़ा था। इन दोनों शातिर बदमाशों के पास से दो अवैध पिस्टल बरामद हुई थीं।
केस 05
25 अक्टूबर को झिंझरी, माधवनगर पुलिस ने पेट्रोलपंप के पास डकैती की योजना बनाते हुए बदमाशों को दबोचा था। इनके पास से दो रिवाल्वर, एक देशी कट्टा जब्त किया था। एक गिरोह के पास तीन अवैध हथियार मिले।
केस 06
रेलवे स्टेशन के बाहर गोली चलाने वाले बदमाशों को कोतवाली पुलिस ने 21 सितंबर को दबोचा। इन बदमाशों के पास से दो देशी कट्टा बरामद किए गए हैं। छोटे-छोटे युवकों के पास आसानी से हथियार पहुंच गए थे।
केस 07
15 जून को कई थानों की पुलिस ने कॉम्बिंग गश्त की थी। इस गश्त के दौरान पुलिस ने 315 बोर का एक देशी कट्टा बरामद किया था। जिसे जब्त करते हुए आरोपी के खिलाफ 25,27 आम्र्स एक्ट की कार्रवाई की गई।
केस 08
1 जून को माधवनगर पुलिस ने डकैती की योजना बनाते पांच लोगों को दबोचा था। पीसी में बताया गया कि बदमाशों के पास से 2 पिस्टल व एक देशी कटटा व एक रिवाल्वर जब्त की गई। यहां भी एक ग्रुप में 4 अवैध हथियार मिले।

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