दो दिसंबर 1933 को जब जनजन में आजादी की चिंगारी जलाते हुए बापू कटनी पहुंचे तो पूरा महाकौशल प्रांत देखने और उनके इस महायज्ञ का भागीदार बनने उमड़ पड़ा था। बापू श्री तिलक राष्ट्रीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ठहरे। सुबह होते ही बापू हरिजन उद्धार यात्रा के लिए निकल पड़े थे। यहां पर लोगों से मिलकर आजादी की लड़ाई में शामिल होने आवाहन किया और फिर गांधीद्वार होते हुए सभा स्थल पहुंचे थे।
कटनी•Oct 02, 2019 / 12:03 pm•
balmeek pandey
Hindi News / Videos / Katni / 1933 में तिलक राष्ट्रीय स्कूल में ठहरे थे बापू, सुलगाई थी आजादी की चिंगारी, आज वहां हो रहे विशेष कार्यक्रम, देखें वीडियो