इस जिले में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के साथ बड़ी बेपरवाही…
आउटर में खड़े होने से समस्या
यात्रियों ने बताया कि ट्रेन के आउटर में खड़े होने से वे कहीं के नहीं रहते। वहां से कोई साधन न मिलने के कारण फंसकर रह जाते हैं। ट्रेन के आउटर में खड़े होने से लोग समय पर न तो बजार पहुंच पाते ना ही नौकरी पर। देहाड़ी मजदूरों के सामने सबसे गंभीर गंभीर समस्या होती है। देरी से पहुंचने पर हाफ टाइम लगता है या फिर काम नहीं मिलता। रेलवे की विसंगति के कारण यात्रियों को परेशानी होती है। कई लोगों को स्टेशन में समय से पहुंचकर अन्य स्थान पर जाने के लिए ट्रेन पकडऩी होती है, लेकिन ट्रेन के समय पर न पहुंचने के कारण भी परेशानी होती है।
आउटर में खड़े होने से समस्या
यात्रियों ने बताया कि ट्रेन के आउटर में खड़े होने से वे कहीं के नहीं रहते। वहां से कोई साधन न मिलने के कारण फंसकर रह जाते हैं। ट्रेन के आउटर में खड़े होने से लोग समय पर न तो बजार पहुंच पाते ना ही नौकरी पर। देहाड़ी मजदूरों के सामने सबसे गंभीर गंभीर समस्या होती है। देरी से पहुंचने पर हाफ टाइम लगता है या फिर काम नहीं मिलता। रेलवे की विसंगति के कारण यात्रियों को परेशानी होती है। कई लोगों को स्टेशन में समय से पहुंचकर अन्य स्थान पर जाने के लिए ट्रेन पकडऩी होती है, लेकिन ट्रेन के समय पर न पहुंचने के कारण भी परेशानी होती है।