कटनी

कटनी शहर में मात्र 33 फीसदी ही हुआ सत्यापन, ढीमरखेड़ा ब्लॉक भी पीछे, कलेक्टर के निर्देश के बाद भी पात्रता पर्ची सत्यापन में चल रही बेपरवाही

जिले पात्रता पर्ची सत्यापन कार्य में अब भी बेपरवाही जारी है। सबसे ज्यादा लापरवाही शहरी क्षेत्र याने की नगर निगम द्वारा की जा रही है। अभी तक नगर निगम का काम महज 33 फीसदी हो पाया है। वहीं ढीमरखेड़ा ब्लॉक भी काफी पीछे चल रही है। बता दें कि यह कार्य दिसंबर माह में पूरा हो जाना था, इसके बाद लेटलतीफी की जा रही है।

कटनीJan 23, 2020 / 12:34 pm

balmeek pandey

Sanitation tax imposed arbitrarily in Katni city

कटनी. जिले पात्रता पर्ची सत्यापन कार्य में अब भी बेपरवाही जारी है। सबसे ज्यादा लापरवाही शहरी क्षेत्र याने की नगर निगम द्वारा की जा रही है। अभी तक नगर निगम का काम महज 33 फीसदी हो पाया है। वहीं ढीमरखेड़ा ब्लॉक भी काफी पीछे चल रही है। बता दें कि यह कार्य दिसंबर माह में पूरा हो जाना था, इसके बाद लेटलतीफी की जा रही है। कलेक्टर शशिभूषण सिंह की समीक्षा बैठक के बाद भी कार्य में प्रगति नहीं आई। उल्लेखनीय है कि जिले में दो लाख 15 हजार 442 हितग्राहियों का सत्यापन 1127 दलों द्वारा किया जा रहा है। सत्यापन सर्वे रिपोर्ट ऑनलाइन फीड की जा रही है। इस सत्यापन के बाद जो भी हितग्राही नियम विरुद्ध तरीके से गरीब बनकर सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं उनका नाम अलग किया जाना है। प्रथम दृष्टया इसके सत्यापन का कार्य चल रहा है। नगर निगम आयुक्त आरपी सिंह भी सत्यापन कार्य में बेपरवाही करने वाले अमले पर मेहरबान हैं। बता दें कि अपात्रों को अलग अभी नहीं किया जा रहा। सर्वे पूरा होने के बाद एकसाथ पोर्टल से नाम हटा दिए जाएंगे। खास बात यह है कि जो अपात्र है उसे तत्काल अपरात्र नहीं कर रहे, संदिग्ध की श्रेणी में रखा जा रह ाहै, दावा आपत्ति ली जाएगी, सुनवाई का अवसर देने के बाद उचित दस्तावेज न प्रस्तुत करने व जनपद, नगर की सदन में मामले को रखा जाएगा, इसके बाद निर्णय लिया जाएगा।

 

मध्यप्रदेश के इस जिले में फीस जमा कर सुअरों को मरवा सकेंगे किसान, हो रही यह पहल

 

खास-खास:
– 26 हजार 107 परिवार एससी और एसटी, सदस्य संख्या एक लाख 13 हजार 760 है।, अनाथ आश्रम में 68, एससी 106, एसटी 93, एएवाय 10 हजार 620, केश शिल्पी 35, पंजीकृत चालक-परिचालक 46, बंद पड़ी मिलों में नियोजित श्रमिक 52 हैं।
– बीपीएल कार्डधारी हैं एक लाख 52 हजार 150 जिनकी सदस्य संख्या 6 लाख 79 हजार 427 है। बीपीएल एएवाय के 584, बीड़ी श्रमिक 4 हजार 897, बुनकर एवं शिल्प 10, भवन एवं संनिर्माण 12 हजार 643 हैं।
– भूमिहीन कोटवार 3, मंदबुद्धि, बहुविकलांग 511, मछुआरे 53, मजदूर सुरक्षा 3 हजार 353, कुली 18, वनाधिकार प्राप्त पट्टाधारी 303, ठेला चालक 13, घरेलू कामकाजी महिला 40 हैं।
– सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारी 3 हजार 465, हम्माल एवं तुलावटी 66 हॉकर 41 हैं। जिले में कुल पात्र परिवार 2 लाख 15 हजार 442 हैं।

 

ब्रिटिश काउंसिल में छोड़ी लाखों की नौकरी, अब जैविक खेती कर कमा रहीं लाखों, देश की जीडीपी बढ़ाने इस बेटी ने शुरू की गजब की खेती


यह है सत्यापन की स्थिति
मुख्यालय लक्ष्य सत्यापन
नपं विजयराघवगढ़ 1157 1063
नपं कैमोर 2823 2531
नपं बरही 1923 1511
जपं कटनी 20946 11664
जपं रीठी 28986 14521
जपं बहोरीबंद 39483 19732
जपं विजयराघवगढ़ 32052 15428
जपं बड़वारा 32104 14630
जपं ढीमरखेड़ा 36989 14821
नगर निगम कटनी 18977 6311
—————————————
योग- 215442 102212
—————————————-

खास-खास:
– 1127 जांच के लिए जिलेभर में लगाए गए हैं दल।
– 47 प्रतिशत अभी तक जिलभेर में हुआ है सत्यापन।
– 91 प्रतिशत विजयराघवगढ़ में हुआ है सत्यापन कार्य।
– 40 प्रतिशत ढीमरख्ेाड़ा में ही हो पाया है सत्यापन।

इनका कहना है
जिले में पात्रता पर्ची सत्यापन कार्य में तेजी आई है। 47 प्रतिशत सत्यापन हो गया है। नगर निगम कटनी सबसे पीछे चल रहा है। कार्य में तेजी लाने सभी को निर्देश दिए गए हैं।
पीके श्रीवास्तव, जिला खाद्य अधिकारी।

Hindi News / Katni / कटनी शहर में मात्र 33 फीसदी ही हुआ सत्यापन, ढीमरखेड़ा ब्लॉक भी पीछे, कलेक्टर के निर्देश के बाद भी पात्रता पर्ची सत्यापन में चल रही बेपरवाही

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.