अर्धवार्षिक परीक्षा में विद्यार्थियों ने हल किया हिंदी व फिजिक्स का पर्चा
सौंदर्यीकरण भी होगा मुख्य फोकस
इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत ‘फ्लावर वैली’ सहित आसपास के अन्य स्थानों का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा। यह सौंदर्यीकरण सडक़ के किनारे उचित रूप से हरियाली और व्यवस्थित व्यवस्था को सुनिश्चित करेगा। बता दें कि वर्तमान में सडक़ गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं, जिसके कारण वाहनों नुकसान व लोगों को मुश्किलें होती हैं। सडक़ पर हर दिन वाहनों की वजह से धूल उड़ती है, जिससे आसपास के लोगों को सांस और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं। सडक़ के किनारे अवैध अतिक्रमण भी बड़ी बाधा है, जिसे खत्म करने के प्रयास किए जाएंगे।
सौंदर्यीकरण भी होगा मुख्य फोकस
इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत ‘फ्लावर वैली’ सहित आसपास के अन्य स्थानों का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा। यह सौंदर्यीकरण सडक़ के किनारे उचित रूप से हरियाली और व्यवस्थित व्यवस्था को सुनिश्चित करेगा। बता दें कि वर्तमान में सडक़ गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं, जिसके कारण वाहनों नुकसान व लोगों को मुश्किलें होती हैं। सडक़ पर हर दिन वाहनों की वजह से धूल उड़ती है, जिससे आसपास के लोगों को सांस और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं। सडक़ के किनारे अवैध अतिक्रमण भी बड़ी बाधा है, जिसे खत्म करने के प्रयास किए जाएंगे।
शहरवासियों के लिए राहत
इस परियोजना से कटनी शहरवासियों को यातायात में सुधार, सडक़ पर सुरक्षित चलने की सुविधा और दैनिक जीवन में राहत मिलेगी। सडक़ के चौड़ीकरण और अन्य सुविधाओं से सडक़ पर ट्रैफिक की समस्या कम होगी और सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। यह प्रोजेक्ट सडक़ पर एक नई जान डालने के साथ-साथ शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर में एक बड़ा सुधार भी होगा। नगर निगम और प्रशासन को इसके लिए सकारात्मक पहल करनी होगी।
इस परियोजना से कटनी शहरवासियों को यातायात में सुधार, सडक़ पर सुरक्षित चलने की सुविधा और दैनिक जीवन में राहत मिलेगी। सडक़ के चौड़ीकरण और अन्य सुविधाओं से सडक़ पर ट्रैफिक की समस्या कम होगी और सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। यह प्रोजेक्ट सडक़ पर एक नई जान डालने के साथ-साथ शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर में एक बड़ा सुधार भी होगा। नगर निगम और प्रशासन को इसके लिए सकारात्मक पहल करनी होगी।
इस जिले में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के साथ बड़ी बेपरवाही…
मनमाने ढंग से बने हैं ब्रेकर
इस मार्ग में असामान्य तरीके से ब्रेकर बने हैं। कटायेघाट मोड़, द्वारिका सिटी मोड़, माधवनगर गेट, दुगाड़ी नाला, विश्राम बाबा गेट, कलेक्ट्रेट गेट, जिला पंचायत गेट, झिंझरी के समीप बने ब्रेकरों में नियमों का पालन नहीं किया गया। ऊंचाई अधिक होने के कारण व ब्रेकर के संकेतक न होने के कारण लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। एक माह पहले डॉ. ब्रम्हा जसूजा ने कलेक्टर को पत्र लिखकर ठीक कराने मांग की, लेकिन नगर निगम द्वारा एक माह बाद भी ध्यान नहीं दिया गया।
मनमाने ढंग से बने हैं ब्रेकर
इस मार्ग में असामान्य तरीके से ब्रेकर बने हैं। कटायेघाट मोड़, द्वारिका सिटी मोड़, माधवनगर गेट, दुगाड़ी नाला, विश्राम बाबा गेट, कलेक्ट्रेट गेट, जिला पंचायत गेट, झिंझरी के समीप बने ब्रेकरों में नियमों का पालन नहीं किया गया। ऊंचाई अधिक होने के कारण व ब्रेकर के संकेतक न होने के कारण लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। एक माह पहले डॉ. ब्रम्हा जसूजा ने कलेक्टर को पत्र लिखकर ठीक कराने मांग की, लेकिन नगर निगम द्वारा एक माह बाद भी ध्यान नहीं दिया गया।
वर्जन
स्पेशल असिस्टेंस फंड के तहत 21 करोड़ 89 लाख रुपए का अनुमोदन प्राप्त हुआ है। अभी राशि नहीं आई है। राशि प्राप्त होते ही टेंडर आदि का प्रक्रिया कराई जाएगी। दो किलोमीटर मॉडल रोड बनने से लोगों को मुख्य मार्ग में आवागमन में बड़ी सहूलियत मिलेगी।
सुधीर मिश्रा, ईई नगर निगम।
स्पेशल असिस्टेंस फंड के तहत 21 करोड़ 89 लाख रुपए का अनुमोदन प्राप्त हुआ है। अभी राशि नहीं आई है। राशि प्राप्त होते ही टेंडर आदि का प्रक्रिया कराई जाएगी। दो किलोमीटर मॉडल रोड बनने से लोगों को मुख्य मार्ग में आवागमन में बड़ी सहूलियत मिलेगी।
सुधीर मिश्रा, ईई नगर निगम।