यात्री ट्रेनें बंद करने के पीछे रेल अधिकारी ठोस कारण बताने के बजाए कटनी में ग्रेड सेपरेटर व थर्ड लाइन निर्माण का हवाला दे रहे हैं। वहीं रेल यात्रियों का कहना है माल लदान के कारण रेलवे ने बहुत ज्यादा दिनों के लिए यात्री ट्रेनें निरस्त की है। इससे सीधे तौर शादी ब्याह के सीजन में यात्रियों की परेशानी बढ़ जाएगी।
रेल यात्रियों ने बताया कि मध्यप्रदेश के आदिवासी अंचल अनूपपुर, शहडोल, उमरिया से कटनी के बीच आवागमन के लिए रेलवे द्वारा नई ट्रेनें नहीं चलाई जा रही है, जो ट्रेनें बड़ी मुश्किल से चालू हुई हैं उन्हे भी बंद किया जा रहा है। लगातार मांग के बाद भी चिरमिरी-कटनी पैंसेजर चालू नहीं किया गया। कोरोना काल समाप्ति के दौरान ट्रेनें चालू किए जाने के दौरान चर्चा रही कि जबलपुर से शहडोल के बीच एक मेमू ट्रेने चलेगी, लेकिन उसे भी अब तक पटरी पर नहीं उतारा गया। यात्री ट्रेनें यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर नहीं चलाए जाने के कारण अंचल युवा न तो पढ़ाई कर पा रहे हैं न ही व्यापार व दूसरे काम आसानी से निपटा पा रहे हैं।
इस बारे में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के सीपीआरओ साकेत रंजन बताते हैं कि कटनी में ग्रेड सेपरेटर और थर्ड लाइन विस्तार सहित अन्य कार्यों को देखते हुए कुछ ट्रेनों को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है। मेमू ट्रेन चलाने को लेकर जनप्रतिनिधियों से आए प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड को भेजेंगे।
इन यात्री ट्रेनों को 37 दिन के लिए किया निरस्त
– 11265 जबलपुर-अंबिकापुर एक्सप्रेस 28 मार्च से 3 मई तक.
– 11266 अंबिकापुर-जबलपुर एक्सप्रेस 29 मार्च से 4 मई तक.
– 18236 बिलासपुर-भोपाल एक्सप्रेस 28 मार्च से 3 मई तक.
– 18235 भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस 28 मार्च से 3 मई तक.
– 18247 बिलासपुर-रीवा एक्सप्रेस 28 मार्च से 3 मई तक.
– 18248 रीवा-बिलासपुर एक्सप्रेस 29 मार्च से 4 मई तक
अलग-अलग तिथियों में इन यात्री ट्रेनों को किया गया निरस्त
– 22169 रानी कमलापति संतरागाछी हमसफऱ एक्सप्रेस 30 मार्च से 27 अप्रैल के बीच प्रत्येक बुधवार को तथा गाड़ी संख्या 22170 संतरागाछी रानी कमलापति हमसफऱ एक्सप्रेस 31 मार्च से लेकर 28 अप्रैल की अवधि में प्रत्येक गुरूवार को प्रारंभिक स्टेशन से निरस्त किया गया है।