इन जमीनों के नीलामी की प्रक्रिया शुरू
जानकारी के अनुसार पडऱवार के खसरा नंबर 193, 358, 480, 492 की जमीन को नीलाम किया जा रहा है। शासन ने इस भूमि को भू-माफियाओं के चंगुल से बचाने के लिए लोक सम्पदा पोर्टल पर इसे दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे यह भूमि नीलामी के लिए तैयार हो जाएगी, जिससे सरकार को भारी राजस्व प्राप्त होगा और अवैध कब्जे से छुटकारा मिल सकेगा।
इन जमीनों की हो रही नीलामा (एरिया-हेक्टेयर में)
खसरा नंबर क्षेत्रफल राशि व्यवसायिक राशि आवासीय
385 0.40 37431979 25521804
482 5.00 432314107 315214200
492 0.84 77668778 52955985.1
193 6.65 45075692.97 32782332.2
- 12.89 हेक्टेयर भूमि को नीलाम करने की शुरू हुई प्रक्रिया।
- 59 करोड़ 24 लाख 90 हजार 556.97 रुपए है व्यवसायिक मूल्य।
- 42 करोड़ 64 लाख 74 हजार 321.3 हजार रुपए है आवासीय मूल्य।
- खसरा नंबर 482 और खसराब नंबर 193 में है सर्वाधिक जमीन।
कटनी के उपनगरीय क्षेत्र में स्थित इन बेशकीमती जमीनों पर पिछले कुछ समय से भू-माफियाओं का कब्जा बढ़ता जा रहा था। प्रशासन द्वारा समय-समय पर इन अवैध कब्जों को हटाने के प्रयास किए जाते रहे हैं, लेकिन अब इन जमीनों को पूरी तरह से नीलाम कर उन्हें शासन के अधीन लाने का कदम उठाया जा रहा है, ताकि अब विवाद की स्थिति ही न बने।
अनुविभागीय अधिकारी शहर प्रदीप मिश्रा ने इस संदर्भ में सभी आवश्यक दस्तावेज और प्रस्ताव तैयार कर कलेक्टर कार्यालय भेजा है। इस प्रक्रिया को और तेजी से अंजाम देने के लिए डिप्टी कलेक्टर ने भी अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है। भूमि के नीलामी से पूर्व इसकी पूरी जांच और मूल्यांकन किया जा रहा है, ताकि इसकी सही कीमत प्राप्त हो सके। यह कदम न केवल शासन के लिए वित्तीय लाभकारी होगा, बल्कि शहर के विकास में भी सहायक साबित होगा। प्रशासन का यह प्रयास भू-माफियाओं के खिलाफ सख्त संदेश देने वाला है।
अनुविभागीय अधिकारी द्वारा भेजे गए प्रस्ताव के आधार पर पडऱवार स्थित 12.89 हेक्टेयर नीलाम करने के लिए जमीन को लोक संपदा पोर्टल में दर्जन करने प्रक्रिया शुरू की गई है। आवासीय व व्यवसायिक मूल्य भी आंका गया है। प्रस्ताव के आधार पर निरवर्तन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
प्रमोद चतुर्वेदी, डिप्टी कलेक्टर।