वो बोलता रहा ‘मैं अरशद नहीं, अजहर हूं’
कैमोर के निवासी अजहर ने एसपी ऑफिस में अपनी शिकायत में बताया कि चमन चौराहे पर चाय पीने के बाद जब वह अपने घर लौट रहा था, तभी कुछ बाइक सवार दबंग उसके पास आए और उसे अरशद समझकर अगवा कर लिया। वे उसे एक सुनसान जगह पर ले गए और लाठी-डंडों से उसकी बुरी तरह पिटाई की। वह लगातार कहता रहा कि “मैं अरशद नहीं, अजहर हूं,” लेकिन किसी ने उसकी एक नहीं सुनी। यह भी पढ़े – MP By Election: बुदनी-विजयपुर उपचुनाव मतदान, यहां देखें Live Update
पुलिस ने बिना नाम जाने जेल में ठूंसा
इसके बाद वे उसे कैमोर पुलिस थाने ले गए और उसके खिलाफ महिला से छेड़छाड़ का मामला दर्ज करवाया। तहसीलदार के आदेश पर उसे जेल में डाल दिया गया। हैरानी की बात यह है कि आरोपी का नाम जाने बिना ही उसे जेल में डाल दिया गया। वह पुलिस थाने में भी कहता रहा कि ‘मैं अरशद नहीं, अजहर हूं।’ अब जेल से बाहर आने के बाद अजहर ने एसपी ऑफिस में जाकर दबंगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। अजहर की मांग है कि दोषी आरोपियों सहित पुलिसकर्मियों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाए। यह भी पढ़े – देवउठनी एकादशी पर दीपों से जगमगाए घर, भगवान शालिग्राम व तुलसी का हुआ विवाह
दबंगों ने कहा- ‘गलती हो गई’
अजहर की पिटाई करने वाले एक दबंग से जब पूछताछ की गई, तो उसने अपनी गलती मानते हुए कहा कि ‘हमें नहीं पता था कि वह अरशद है या अजहर। हम उसे महिला से छेड़छाड़ के मामले में उठाकर ले गए थे और पुलिस में उसकी रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।’ यह भी पढ़े – डॉक्टर्स-स्टॉफ के साथ मारपीट, महिला सुरक्षाकर्मी को बाल पकड़कर घसीटा