कटनी

जंगल से लौटे हाथी, गांवों में तैनात गस्ती दल, खेत जाने से कतरा रहे किसान

Elephant patrolling in the forest

कटनीNov 05, 2024 / 08:41 pm

balmeek pandey

Elephant patrolling in the forest

वनविभाग करवा रहा 24 घंटे पेट्रोलिंग, डीएफओ सहित आला-अधिकारी पहुंचे जिले की सीमा पर, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत व ग्रामीण को कुचलकर मारने की हुई है घटना

कटनी. जिले की सीमा से लगे बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत हुई है तो वहीं जिले के विलायतकला से करीब 5 किलोमीटर दूर ग्राम देवरा में जंगली हाथी द्वारा ग्रामीण को कुचलकर मार दिया गया है। दोनों घटनाओं के बाद से बरही, खितौली व विलायतकला एरिया में वनविभाग की सीमा से लगे खेतों में ग्रामीण जाने से कतरा रहे है। दूसरी ओर जिले की सीमा पर हुई इन घटनाओं को लेकर जिले का वनविभाग भी पूरी तरह से सक्रिय है। डीएफओ सहित वनविभाग के आला अधिकारी जिले की सीमाओं पर भ्रमण कर रहे है। 24 घंटे महानदी ब्लॉक, खितौली और विलायतकला वाले एरिया में वनविभाग का गस्ती दल गस्ती कर रहा है। आधा दर्जन से अधिक गांवों में वनविभाग ने मुनादी करवाई है और ग्रामीणों को अलर्ट रहने कहा है। हालांकि वनविभाग के अफसरों का कहना है कि जिले की सीमा पर मौजूद हाथी अब जंगल की दूसरी तरफ लौट गए है लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। हाथियों का मूवमेंट इस ओर होने की आशंका भी बनी हुई है, जिसके चलते गस्ती दल लगातार पेट्रोलिंग कर रहे है।
खेतों में अकेले न जाने की सलाह
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की सीमा से लगे महानदी ब्लॉक, खितौली और विलायतकला एरिया के आधा दर्जन से अधिक गांवों में ग्रामीणों को मुनादी के माध्यम से खेतों में अकेले न जाने की सलाह दी जा रही है। कहा जा रहा है कि हाथी के रास्ते में न आएं और रात में अकेले जाने से बचें। खेतों में प्रकाश की व्यवस्था करके रखे।

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कीटनाशक का छिडक़ाव न करें
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व एरिया में 10 हाथियों की मौत के कारण अबतक स्पष्ट नहीं हो सके है। कोदो-कुटकी की फसल खाने व कीटनाशक का अधिक छिडक़ाव होने के कारण मौत होने से मौत होने का दावा किया जा रहा है। इन दावों के बीच वनविभाग का अमला सीमा से लगे किसानों को खेतों में कीटनाशक का छिडक़ाव न करने की भी सलाह दे रहा है।
एलीफेंट मैनेजमेंट की ट्रेनिंग लेगा अमला
डीएफओ गौरव शर्मा ने बताया कि जिले की सीमा से अब हाथियों का मूवमेंट दूर है। इसके बावजूद हम अलर्ट है और लगातार गस्ती दल पेट्रोलिंग कर रहे है। बांधवगढ़ में होने वाले एलीफेंट मैनेजमेंट की ट्रेनिंग के लिए कटनी का अमला भी भेजा जाएगा, जिससे हमारे कर्मचारी भी प्रशिक्षित हो सकें। कटनी में बरही एरिया में करीब छह वर्ष पहले 40 हाथियों का समूह पहुंचा था जिसके बाद से अबतक इस तरफ इनका मूवमेंट नहीं हुआ है। बरहाल, ग्रामीणों को अलर्ट किया जा रहा है।

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