कटनी

सीट से नदारद रहे डॉक्टर, तेज बुझार व दर्द से परेशान हुए मरीज

Doctor missing from his seat

कटनीNov 05, 2024 / 08:51 pm

balmeek pandey

Doctor missing from his seat

ओपीडी में हर दिन हो रही मनमानी, जिला अस्पताल में नहीं सुधर रहीं व्यवस्थाएं, प्रबंधन व जिला प्रशासन के अफसर नहीं दे रहे ध्यान

कटनी. दीपावली के त्योहार के बाद सोमवार को जब जिला अस्पताल खुला तो मरीजों का रेला उमड़ा। यहां पर सामान्य दिनों की अपेक्षा अधिक मरीज पहुंचे। 900 के पार ओपीडी रही। सबसे ज्यादा मरीजों की संख्या मौसमी बीमारी वालों की रही। सर्दी, खांसी, जुखाम, बुखार, दर्द, एलर्जी आदि के मरीज रहे। मरीज यहां पर भीड़ अधिक होने के कारण ओपीडी पर्ची कटवाने के लिए परेशान हुए तो वहीं डॉक्टरों का भी इंतजार करना पड़ा। सामान्य ओपीडी में पौने एक बजे एक भी चिकित्सक नहीं बैठे थे।
पत्रिका पड़ताल में सामने आया कि ओपीडी से डॉक्टर नदारद रहे और मरीज तेज बुखार, दर्द आदि से परेशान होते रहे। यहां-वहां डॉक्टरों का पता लगाते रहे, लेकिन कोई राहत नहीं मिले। 1 बजकर 55 मिनट में डॉक्टर अभिषेक चौदहा पहुंचे, तब जाकर मरीजों का उपचार शुरू हो पाया। यह स्थिति अन्य ओपीडी की भी रही। चर्म रोग से संबंधित मरीज भी परेशान होते रहे। आयेदिन यह समस्या निर्मित होती है, लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे।
एक्सरे कक्ष में भी रहीं भीड़
एक्सरे कक्ष में भी सोमवार का दिन होने के कारण सामान्य से अधिक भीड़ रही, हालांकि यहां पर हर दिन यही हालात रहते हैं। इसकी मुख्य समस्या यह है कि जिला अस्पताल में मरीजों का भार अधिक है। कई जिलों के मरीज यहां पर पहुंचते हैं। कटनी सहित उमरिया, सतना, मैहर, पन्ना, दमोह के मरीज आते हैं। यहां पर सिर्फ एक ही एक्सरे मशीन है। 100 से अधिक मरीज एक्सरे कराने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन यहां पर औसतन 70 से 80 एक्सरे ही हो पाते हैं। शेष दो मशीनें शोपीस पड़ी हुई हैं।
इस तरह मरीज होते रहे परेशान
कई दिन से थी समस्या

रोहित गुप्ता निवासी नया गांव ने बताया कि वह तेज बुधार से दो-तीन दिन से परेशान था। छुट्टी के कारण उपचार नहीं करा पाया। सोमवार को सुबह 11 बजे पहुंचकर कतार में लगकर पर्ची कटाई, जब ओपीडी में पहुंचा तो एक घंटे तक डॉक्टर ही नहीं मिले। 12.52 तक डॉक्टर का इंतजार करता रहा।
बुखास से थी परेशान
रिंकी राय निवासी बिलहरी ने बताया कि उसे कई दिन से बुखार की समस्या थी। सोमवार को किसी तरह वह जिला अस्पताल पहुंची। जल्दी इलाज के कारण सुबह 10 बजे पहुंच गई थी। पहले पर्ची कटाने में समय लगा, फिर डॉक्टर का इंतजार करना पड़। पौने एक बजे तक इंतजार में महिला परेशान होती रही।
Doctor missing from his seat

ये भी है विकास की एक गाथा: किसे देना है मुआवजा अभी हकदार का ही नहीं अतापता

नहीं उतर रहा था बुखार
पारूल कोल निवासी गड्ढा टोला ने बताया कि उसे कई दिन से बुखार आ रहा था। त्योहार के कारण वह नहीं दिखा पाई। सोमवार को सुबह 10 बजे जिला अस्पताल पहुंच गई थी। डेढ़ घंटे तक कतार में लगकर ओपीडी पर्ची कटवाई। एक घंटे तक डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा। दोपहर पौने एक बजे तक सामान्य ओपीडी में चिकित्सक नहीं रहे।
चर्म रोक के लिए डॉक्टर का इंतजार
रोमी राय निवासी बिलहरी ने बताया कि उसे स्क्रीन एलर्जी की समस्या थी। वह 10 बजे अस्पताल पहुंचकर पर्ची कटवाई, लेकिन 12.50 तक ओपीडी में डॉक्टर नहीं मिले। काफी समय तक युवती डॉक्टर का इंतजार करती रही। युवती ने कहा कि उसकी तरह कई मरीज इलाज के लिए यहां-वहां भटकते रहे।
वर्जन
दीपवली त्योहार के कारण कुछ चिकित्सक अवकाश पर चले गए थे। सोमवार को कुछ चिकित्सक देरी से पहुंचे हैं, जिसके कारण कुछ समस्या हुई है। सूचना मिलते ही ओपीडी में डॉक्टर की व्यवस्था कराई गई है। आगामी समय में मरीजों को परेशानी न हो, इस बात का ध्यान रखा जाएगा।
डॉ. मनीष मिश्रा, आरएमओ।

Hindi News / Katni / सीट से नदारद रहे डॉक्टर, तेज बुझार व दर्द से परेशान हुए मरीज

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.