एक्सरे कक्ष में भी सोमवार का दिन होने के कारण सामान्य से अधिक भीड़ रही, हालांकि यहां पर हर दिन यही हालात रहते हैं। इसकी मुख्य समस्या यह है कि जिला अस्पताल में मरीजों का भार अधिक है। कई जिलों के मरीज यहां पर पहुंचते हैं। कटनी सहित उमरिया, सतना, मैहर, पन्ना, दमोह के मरीज आते हैं। यहां पर सिर्फ एक ही एक्सरे मशीन है। 100 से अधिक मरीज एक्सरे कराने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन यहां पर औसतन 70 से 80 एक्सरे ही हो पाते हैं। शेष दो मशीनें शोपीस पड़ी हुई हैं।
कई दिन से थी समस्या
रोहित गुप्ता निवासी नया गांव ने बताया कि वह तेज बुधार से दो-तीन दिन से परेशान था। छुट्टी के कारण उपचार नहीं करा पाया। सोमवार को सुबह 11 बजे पहुंचकर कतार में लगकर पर्ची कटाई, जब ओपीडी में पहुंचा तो एक घंटे तक डॉक्टर ही नहीं मिले। 12.52 तक डॉक्टर का इंतजार करता रहा।
रिंकी राय निवासी बिलहरी ने बताया कि उसे कई दिन से बुखार की समस्या थी। सोमवार को किसी तरह वह जिला अस्पताल पहुंची। जल्दी इलाज के कारण सुबह 10 बजे पहुंच गई थी। पहले पर्ची कटाने में समय लगा, फिर डॉक्टर का इंतजार करना पड़। पौने एक बजे तक इंतजार में महिला परेशान होती रही।
ये भी है विकास की एक गाथा: किसे देना है मुआवजा अभी हकदार का ही नहीं अतापता
नहीं उतर रहा था बुखार
पारूल कोल निवासी गड्ढा टोला ने बताया कि उसे कई दिन से बुखार आ रहा था। त्योहार के कारण वह नहीं दिखा पाई। सोमवार को सुबह 10 बजे जिला अस्पताल पहुंच गई थी। डेढ़ घंटे तक कतार में लगकर ओपीडी पर्ची कटवाई। एक घंटे तक डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा। दोपहर पौने एक बजे तक सामान्य ओपीडी में चिकित्सक नहीं रहे।
रोमी राय निवासी बिलहरी ने बताया कि उसे स्क्रीन एलर्जी की समस्या थी। वह 10 बजे अस्पताल पहुंचकर पर्ची कटवाई, लेकिन 12.50 तक ओपीडी में डॉक्टर नहीं मिले। काफी समय तक युवती डॉक्टर का इंतजार करती रही। युवती ने कहा कि उसकी तरह कई मरीज इलाज के लिए यहां-वहां भटकते रहे।
दीपवली त्योहार के कारण कुछ चिकित्सक अवकाश पर चले गए थे। सोमवार को कुछ चिकित्सक देरी से पहुंचे हैं, जिसके कारण कुछ समस्या हुई है। सूचना मिलते ही ओपीडी में डॉक्टर की व्यवस्था कराई गई है। आगामी समय में मरीजों को परेशानी न हो, इस बात का ध्यान रखा जाएगा।
डॉ. मनीष मिश्रा, आरएमओ।