पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक डॉ. आरपीएस गहरवार और चिकित्सक डॉ. आरके सोनी ने दुकानदारों को बताया कि अन्य शहरों से मुर्गी की खरीददारी के दौरान दक्षिण भारत व अन्य शहरों से कम दाम में मुर्गी की लालच में नहीं आएं। वहां स्थिति गंभीर होने के बाद सरप्लस होने के बाद कम दाम में मुर्गी मिल सकती है। इससे खतरा भी बढ़ सकता है।
मंगलवार को जिलेभर में अलग-अलग स्थानों पर मुर्गी और अन्य पक्षियों की मौत की सूचना के बाद हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। सरसवाही में सुशील चक्रवर्ती के दो मुर्गियों की मौत के साथ ही विजयराघवगढ़ के धनेरीखुर्द गांव में कबूतर और ढीमरखेड़ा के नैगई में एक कौंवा की मौत के बाद मौके पर पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी पहुंचे। नमूने लिए और जांच के लिए भोपाल भेजा गया।