राम दुबे के कुएं में बेहोश होने पर कुएं के बाहर खड़े भतीजे निखिल को लगा कि उन्हें करंट लग गया। निखिल ने तुरंत ही मोटर के तार अलग किए और चाचा को देखने कुएं में चला गया। लेकिन, कुएं की जहरीली गैस के रिसाव की चपेट में आकर वो भी बेहोश हो गया। इसके बाद पास में मौजूद लक्ष्छु सेन ने देवेंद्र कुशवाहा को बुलाया। देवेंद्र भी घुसा और बेहोश हो गया। इसके बाद देवेंद्र की मां ने राजेश कुशवाहा को फोन कर बताया कि, लड़के कुएं में गिरकर बेहोश हो गए हैं। राजेश भी मौके पर पहुंचकर तुरंत कुएं में उतर गया। लेकिन, इससे पहले की वो किसी को बाहर ला पाता वो भी बेहोश हो गया।
गांव में मचा हड़कंप
जैसे ही घटना की जानकारी आसपास के किसानों को लगी कि 4 लोग कुएं में बेहोश होकर गिर गए हैं, आसपास हड़कंप मच गया। जुहला जुहली गांव में अफरा तफरी मच गई। ग्रामीण मदद के लिए कुएं की तरफ भागे, लेकिन मौके पर पहुंच कर पता लगा कि कुएं में जहरीली गैस का रिसाव हो रहा है, इसलिए कुएं में जाना ठीक नहीं। इसके बाद ग्रामीणों ने तत्काल ही प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित कर मदद की गुहार लगाई। लेकिन, कुएं में बेहोश पड़े चारों ग्रामीणों तक शाम 4 बजे हुए घटनाक्रम में मदद देर रात तक पहुंची।हादसे में चारों की मौत
घंटों प्रशासनिक मदद का इंतजार करते हुए आखिरकार देर रात को जबतक प्रशासनिक रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची तबतक कुएं की जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हुए चारों ग्रामीणों की मौत हो गई। कुएं की जहरीली गैस की चपेट में आकर दम घुटने से जान गवाने वालों में 20 वर्षीय निखिल दुबे पिता संजय दुबे निवासी जुहली, 38 वर्षीय रामकुमार दुबे पिता स्वर्गीय देवदत्त दुबे, निवासी जुहली, 30 वर्षीय राजेश कुशवाहा पिता यज्ञभान कुशवाहा और 26 वर्षीय पिंटू पिता श्यामलाल कुशवाहा दोनों निवासी जुहली की मौत हो गई है।सीएम मोहन ने जताया शोक
मामले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- ‘कटनी जिले के मुड़वारा विधानसभा के ग्राम जुहली में किसान द्वारा अपने खेत के कुएं में सबमर्सिबल मोटर पंप लगाते समय जहरीली गैस के रिसाव से हुई दुर्घटना में 4 अनमोल जिंदगियों के असामयिक निधन का समाचार हृदय विदारक है। मैं बाबा महाकाल से प्रार्थना करता हूं कि, दिवंगतों की पुण्यात्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजन को ये वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करे।। ॐ शांति।।’ यह भी पढ़ें- Customer Satisfaction Survey : पहले पायदान से फिसलकर 43वें पर आया भोपाल एयरपोर्ट का स्तर, चौंका देगी वजह
इनकी बची जान
प्रशासनिक मदद आने में काफी देरी होने पर कुछ और ग्रामीणों ने खुद ही कुएं में उतरकर बेहोश पड़े चारों ग्रामीणों को बाहर लाने का प्रयास किया, लेकिन इससे पहले की वो पूरी तरह कुएं में उतर पाते, उनका भी दम घुटने लगा, जिसके चलते जैसे तैसे वो बाहर आ गए। इस तरह ये लोग कुएं की जहरीली गैस से बचकर वापस बाहर आने में सफल रहे, वरना ये ह्रदय विदारक घटना और भी गंभीर रूप ले सकती थी। कुएं से बाहर आने वालों में नीरज कुशवाहा, पिता यज्ञभान कुशवाहा ने सबसे पहले कुएं में जाकर बेहोश पड़े ग्रामीणों को बाहर लाने का प्रयास किया, लेकिन 5 सीढ़ी नीचे उतरने पर ही उसका दम घुटने लगा, जिसके चलते वो कुएं से बाहर निकल आया। इसके बाद निखिल के पिता संजय दुबे उतरने लगे। वो भी 3 सीढ़ियों तक ही पहुंचे थे कि उनका भी दम घुटने लगा, जिसके चलते वो भी वापस बाहर आ गए। इसके बाद ग्रामीणों ने सतर्कता बरतते हुए और किसी को अंदर नहीं जाने दिया।रास्ता दुर्गम होने के कारण आ रही समस्या
जुहली हार में जहां पर ये घटना हुई है, वो गांव से लगभग 3 किलोमीटर दूर है। यहां पर रास्ता न होने के कारण और दलदली क्षेत्र अधिक होने के कारण मौके पर पहुंचने में पुलिस प्रशासन समेत ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालात ये थे कि बारिश के दिनों में दलदली क्षेत्र अधिक होने के कारण रेस्क्यू टीम पैदल भी नहीं पहुंच पा रही थी। आखिरकार ट्रैक्टर में सवार होकर प्रशासनिक अमला जैसे तैसे मौके पर पहुंचा। यह भी पढ़ें- भीषण सड़क हादसे में चौकी प्रभारी की मौत, 2 आरक्षक घायल, गश्त के दौरान ट्रक में जा घुसा पुलिस वाहन