रविवार को औचक निरीक्षण में तहसीलदार एसएन त्रिपाठी ने सेंट्रल वेयरहाउस में अमानक धान से भरे ट्रक क्रमांक एमपी 42 जी 1787 को जब्त किया था। कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी संतोष नंदनवार ने बताया कि. धान उपार्जन केंद्र मां स्व सहायता समूह सीडब्ल्यूसी पहरूआ में ट्रक जब्त किया गया था। जांच के बाद पता चला कि, धान उपार्जन केंद्र की अध्यक्ष माधुरी पाठक पूर्व सरपंच एवं प्रभारी रजनी पटेल से सांठगांठ कर कटनी जिले की स्थानीय किसानों के नाम से दर्ज पंजीयन में अवैधानिक तरीके से अनुचित लाभ प्राप्त करने धान को बिना वैध दस्तावेज के सतना जिले के मैहर से धान उपार्जन पोर्टल पर फर्जी प्रविष्टि के लिए मंगवाया गया था। साथ ही उपार्जन की मात्रा बढ़ाकर कमीशन की राशि प्राप्त करने एवं समर्थन मूल्य पर क्रय-विक्रय कर भी आर्थिक लाभ प्राप्त करने का षड्यंत्र रचा गया, जो नियमों के विरुद्ध है। इन सभी स्थितियों के मद्देनजर मां स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष माधुरी पाठक, प्रभारी रजनी पटेल एवं ट्रक चालक कामता प्रसाद साकेत के विरुद्ध कुठला थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई है।
यह भी पढ़ें- चुनावी साल में एक्शन मोड में आए शिवराज : मंत्री – अफसरों की बैठक में दिये अहम निर्देश
जेडी की औचक जांच में दो हजार क्विंटल धान मिली अमानक
संयुक्त संचालक शशांक मिश्रा ने सोमवार को जिले के सात उपार्जन केंद्रों औचक निरीक्षण किया। बहोरीबंद में एक किसान, केवलारी में दस किसान, ढीमरखेड़ा में नौ किसान, करेला में 1, बरही में एक किसान, करेला में 2, हदरहटा नंबर एक में दो किसान, हदरहटा नंबर में दो किसानों की धान अमानक मिली है। 25 किसानों की 2000 क्विंटल धान अमानक पाई गई है, जिसका ऑनलाइन रिजेक्शन किया गया। जेडी ने धान की गुणवत्ता को परखा, साथ ही सर्वेयरों को निर्देशित किया कि गुणवत्तायुक्त उपज की ही खरीदी करवाएं। परिवहन की स्थिति भी देखी। कहा कि परिवहन की गति समुचित तरीके से बनाकर रखें। इस दौरान कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रमोद मिश्रा, पीयूष शुक्ला मौजूद रहे।
दो केंद्रों में मिली बड़ी मात्रा में अमानक धान
एसडीएम महेश मंडलोई के निर्देशन में कनिष्ट आपूर्ति अधिकारी भगवत द्विवेदी, जिला प्रबंधक वेयर हाउस वायएस सेंगर की टीम ने सोमवार को गंगा स्व सहायता समूह चाका अन्नपूर्णा वेयर हाउस व वृहताकार सहकारी समिति की जांच की। जांच के दौरान गंगा स्व सहायता समूह में 500 क्विंटल अमानक धान शासकीय बारदाना में मिलने पर जब्त की गई है। किसानों के संबंध में कोई जानकारी मिल पाई है, क्योंकि कोई टैग नहीं लगाया गया था, जबकि किसान से संबंधित जानकारी का टैग लगाना अनिवार्य था। कोई भी किसान मौके पर नहीं मिला और ना ही समिति वाले बता पाए कि किसकी धान है। जांच के दौरान वृहताकार सहकारी समिति में 540 क्विंटल धान अमानक श्रेणी की पाई गई। अधिकारियाें को यह धान वेयर हाउस के बाहर समिति के बारदानों में पैक पाई गई है। जांच टीम द्वारा रिपोर्ट बनाकर कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत की जा रही है।
यह भी पढ़ें- फन फैलाए बैठा रहा खूंखार कोबरा, 4 घंटे अटकी रही सैकड़ों लोगों की सांसे, देखें रेस्क्यू
हिंद एनर्जी वेयर हाउस के दो केंद्रों में हुई जांच
चाका से पीरबाबा बायपास में स्थित हिंद एनर्जी वेयर हाउस में दो खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। एक वृहताकार सहकारी समिति व सीता स्व सहायता समूह द्वारा खरीदी की जा रही है। यहां पर नायब तहसीलदार हेमांग प्रिया व कनिष्ट आपूर्ति अधिकारी बृजेश जाटव ने जांच की। जांच के दौरान वृहताकार सहकारी समिति से 24 क्विंटल का ढेर अमानक मिला है। इसका चालान नहीं कटा था। इसमें धान बदरंग व कचरायुक्त थी, जिसे अपग्रेड कराने कहा गया है। सीता स्व सहायता समूह में एक किसान के धान की सफाई कराई जा रही थी। बराती नामक किसान की धान अमानक होने पर वापस कराई गई है। दो किसानों के धान को अपग्रेड कराने कहा गया है। विपणन समिति में अशोक जैन, गोलू पटेल की धान अमानक स्तर की धान होने पर वापस कर दी गई है।
जिले में बड़े पैमाने पर अमानक धान खरीदे जाने की शिकायत हुई, लेकिन चल रही जांच में क्लीन चिट दी जा रही है। हिंद एनर्जी वेयर हाउस में 2 हजार बोरी का स्टैग है। जेएसओ ने बताया कि वेयर हाउस में 188 क्विंटल धान की जांच में 60 बोरी धान अमानक पाई गई है। घुनी धान भी मिली है। सर्वेयरों द्वारा दो घंटे की गई जांच में 60 बोरी अमानक धान मिली है। वेयर हाउस के अंदर 188 क्विंटल धान बिना ऑनलाइन चालान के संधारित कराना पाई गई, इसके लिए वेयर हाउसिंग प्रतिनिधि पर भी कार्रवाई प्रस्तावित की गई है।
यह भी पढ़ें- आपस में भिड़ गए दो परिवार, महिलाओं और पुरुषों के बीच जमकर चले लात घूंसे, वीडियो वायरल
जांच के आधार पर होगी कारर्वाई- कलेक्टर
कलेक्टर अवि प्रसाद का कहना है कि, सेंट्रल वेयर हाउस के मां स्व सहायता समूह में धान खरीदी में हो रहे फर्जीवाड़े पर अध्यक्ष, प्रभारी सहित वाहन चालक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है। जिलेभर में तीन हजार क्विंटल धान रिजेक्ट हुई है। जांच रिपोर्ट अनुसार आगे की कार्रवाई होगी। जांच अभियान जारी रहेगा। गोदामाें में भी भंडारित धान की जांच होगी।