मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने उन्हें अपग्रेड करने का निर्णय लिया है। विभाग द्वारा आवश्यक पहल शुरू कर दी गई है। इस अपग्रेडेशन प्रक्रिया के तहत कार्यकर्ताओं का वेतन बढ़ जाएगा और केंद्रों में सहायिकाओं की नियुक्ति की जाएगी। ढीमरखेड़ा परियोजना अधिकारी आरती यादव ने बताया कि परियोजना के तहत 35 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में सहायिकाओं की भर्ती के लिए विभागीय स्तर पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। जैसे ही शासन से आदेश प्राप्त होंगे, भर्ती और अपग्रेडेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
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नए कदम से मिलेंगी ये सुविधाएं
मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का दर्जा मिलेगा, कार्यकर्ताओं का वेतन बढ़ेगा, केंद्रों में सहायिकाओं की नियुक्ति से काम का दबाव कम होगा, केंद्रों की कार्यप्रणाली अधिक प्रभावी और व्यवस्थित होगी, 180 महिलाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकेंगे। अपग्रेडेशन के बाद कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं दोनों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। यह कदम न केवल आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के जीवन में सुधार लाएगा, बल्कि बाल विकास परियोजनाओं को भी अधिक प्रभावी बनाने में मदद करेगा।
जिले में कुल 180 मिनी आंगनबाड़ी केंद्र हैं। मिनी कार्यकर्ताओं को फुल कार्यकर्ता कर दिया जाएगा व सहायिकाओं की भर्ती के लिए विभाग ने रिक्त पदों की जानकारी मांगी है। हालांकि, फिलहाल आदेश प्राप्त नहीं हुए हैं, लेकिन अपग्रेडेशन की तैयारी जारी है। विभाग में वीसी के माध्यम से चर्चा हुई है। अभी इस संबंध में आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। मिनी केंद्र फुल केंद्र कहलाएंगे।
नयन सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी।