हत्या के हैं 20 से अधिक मामले
गिरफ्तार होने के बाद उसने पुलिस की चंगुल से छूटने के लिए काफी प्रयास किया। उसने कहा कि दो घंटे का समय दीजिए, हम पांच करोड़ दे रहे हैं। लेकिन, पुलिस ने उसे नहीं छोड़ा। साइको किलर अविनाश श्रीवास्तव उर्फ अमित तेज दिमाग है और बात-बात में वह गोली चला देता है। उसके सटीक निशाने पर जो कोई आया वह बच नहीं सका। दुस्साहसी इतना है कि उसके खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या के 20 से अधिक मामले दर्ज हैं।
पिता की हत्या से बना सीरियल किलर
दिल्ली के जामिया यूनियवर्सिटी से पढ़ा यह साइको किलर पटना नगर निगम की पूर्व डिप्टी मेयर के पति की हत्या में भी शामिल था। अविनाश काफी पढ़ा लिखा है. वह फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता है। उसने अंग्रेजी भाषा में किताब भी लिखी है। उसके पिता राजद के पूर्व एमएलसी ललन श्रीवास्तव पढ़ाई ने उसे पढ़ाई के लिए दिल्ली भेजा था। इसके बाद उसने एमसीए किया और दिल्ली में ही नौकरी करने लगा। इस दौरान 40 हजार उसकी पगार थी। लेकिन, उसके पिता ने अविनाश को पटना आकर बिजनेस करने की सलाह दी। इसके बाद वह पटना आया। लेकिन, अविनाश के पिता ने जिन लोगों के साथ मिलकर बिजनेस प्लान किया था। उन्हीं लोगों ने अविनाश के पिता की हत्या कर दी। इसके बाद अविनाश की पूरी जिंदगी बदल गई और उसने हथियार उठा लिया।
होटल से पकड़ा गया
कंकड़बाग का रहने वाला अविनाश श्रीवास्तव उर्फ अमित जब कई हत्या कर चुका, तो पुलिस उसे खोज रही थी। इस दौरान वह पटना सिटी के खाजेकलां में छुपा हुआ था। लेकिन, पुलिस उस समय पकड़ नहीं पाई। पुलिस सूत्रों की मानें तो अविनाश वेश बदलकर अक्सर खाजेकलां व कंकड़बाग में ही छिपता था। छापेमारी में वह कई बार पुलिस को चकमा देकर भाग गया था। इस बार भी वह नेपाल भागने की फिराक में ही वह रक्सौल पहुंचा था, लेकिन सटीक सूचना के बाद पटना पुलिस ने रक्सौल थाने की पुलिस के साथ संयुक्त रूप से उसे एक होटल में से धर-दबोचा।