बैठक में एसडीएम अनूप सिंह ने कहा कि जिले का मुख्य और सबसे बड़ा शहर है हिण्डौन, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता और प्रभावी मानिटरिंग नहीं होने के कारण सड़क सुरक्षा की स्थिति बेहद चिंताजनक है। शहर में बदहाल यातायात व्यवस्था के कारण आमजन को परेशानी हो रही है। ऐसे में परिवहन विभाग व यातायात पुलिस के साथ ही नगरपरिषद प्रशासन की जिम्मेदारी बढ़ जाती है।
एसडीएम ने कहा थी शहर के करौली रोड, महुआ रोड़, बयाना रोड पर ऑटो, निजी वाहन व लोक परिवहन बसों को सड़क किनारे मनचाहे स्थान पर खड़ा कर दिया जाता है, जिससे आमजन को आवागमन में असुविधा का सामना करना पड़ता है। सड़क किनारे लगने वाले ठेला गाड़ी व अव्यवस्थित तरीके से खड़े होने वाले वाहनों पर कार्यवाई करने की बात कही।
एसडीएम ने नगर परिषद आयुक्त, यातायात प्रभारी और परिवहन निरीक्षक को सात दिवस में यातायात व्यवस्था को बेहतर कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही चौपड़ से बयाना मोड तक क्षतिग्रस्त डिवाइडर की मरम्मत कराने एवं चौपड़ से डेम्परोड और बयाना मोड़ से मनीराम पार्क तक डिवाइडर निर्माण कराने के निर्देश दिए। सीवरेज निर्माण कार्य के दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कराने तथा वेंडिंग जोन व नो वेंडिंग जोन का निर्धारण कर नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए।
बैठक में डीएसपी किशोरी लाल, तहसीलदार मनीराम खींचड़, आयुक्त कीर्ति कुमारी, विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार, कोतवाली थाना प्रभारी गिर्राज प्रसाद, एसीबीईओ दयाल सिंह, यातायात प्रभारी अजीत सिंह, परिवहन निरीक्षक अविनाश कुमार, क्षेत्रीय वनाधिकारी दशरथ सिंह, रोडवेज के जब्बार खान व ट्रक यूनियन अध्यक्ष गोपाल सिंह आदि मौजूद थे।