उसकी टाइगर ट्रेकर रामलाल गुर्जर व वोलेन्टियर मुकेश शर्मा आदि वनकर्मियों द्वारा निगरानी की जा रही थी, लेकिन वह मंगलवार को मध्यप्रदेश के गोवरदा दंगलीपुरा होते हुए वापस राजस्थान की सीमा में आ गया। टे्रकर रामलाल ने बताया कि तूफान दो दिन पहले देवगिरी किले में लगे कैमरे में कैद हुआ था। सोमवार को वह एमपी के जंगलों में पहुंच गया, लेकिन वापस आकर वह महाराजपुरा के जंगलो में विचरण कर रहा हैं।
पहले भी गए थे टाइगर राजस्थान की सीमा से मध्यप्रदेश की सीमा में पहले भी टाइगर पहुंचते रहे हैं। टाइगर-26 क ा शावक तो लौटा ही नहीं है। वह दतिया जिले के जंगलो में विचरण कर रहा है।