टे्रकर रामलाल ने बताया कि बाघ टी-72 एक अगस्त से घंटेश्वर डांग दूधवास इलाके में विचरण कर रहा था। लेकिन तब से ना तो बाघ के द्वारा किया शिकार मिल रहा था ना ही पगमार्क।
करौली. कैलादेवी अभयारण्य के घंटेश्वर इलाके में एक पखवाड़े से विचरण कर रहा बाघ टी-72 आखिरकार कैमरे में कैद हो ही गया।
करौली•Aug 17, 2016 / 01:42 am•
Abhishek ojha
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