– आज तक दो बार ही ऐसा हुआ है जब हिंदुस्तान में लोकप्रिय IPL हिंदुस्तान में नहीं खेला गया। ये 2009 और 20014 में हुआ। तबकी सरकार आतंकवादियों से कांपती थी। आतंकवाद से निपटने का उनमें दम नहीं था। तब उन्होंने कह दिया कि चुनाव के की वजह से हम IPL नहीं करेंगे।
– इस बार भी चुनाव चल रहा है, नवरात्रि हुई, रामनवमी हुई, हनुमान जयंती हुई, रमजान आने वाले हैं और IPL भी चल रहा है। पहले पूंछ दबाकर भाग जाने वाली सरकार थी, और ये मोदी सीना तान के जाता है। IPL होगा और डटकर होगा।
– आप गोली चलाओगे तो मोदी गोला चलाएगा। कांग्रेस को परेशानी है कि चुनाव चल रहे हैं और अबू धाबी, UAE मोदी को अवार्ड देता है।
– कांग्रेस को परेशानी है कि चुनाव चल रहे हैं और रूस मोदी को अवार्ड दे रहा है। देश की सुरक्षा की बेहतर स्थिति कांग्रेस को पसंद नहीं आ रही। मसूद अजहर के अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित होने की खुशी मनाने के बजाए कांग्रेस खुद का मजाक बना रही है।
– कांग्रेस कहती है कि चुनाव के समय ऐसा क्यों हुआ। ये क्या मोदी की कैबिनेट ने फैसला लिया है? पहले संयुक्त राष्ट्र को कांग्रेस से पूछना चाहिए था कि मैडम जी, नामदार जी, आप लोग जिन्हें ‘जी’ या ‘साहब’ कह कर बुलाते हैं, उन्हें हम अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दें क्या?
आपको कोई दिक्कत तो नहीं होगी। कांग्रेस को लगता है कि मोदी सब अपने फायदे के लिए करा रहा है। कांग्रेस अपने फायदे और नुकसान के अलावा और कुछ सोच भी नहीं सकती।
– जिस हेलीकॉप्टर घोटाले में नामदार का परिवार फंसा है, उसके सबसे बड़े राजदार को भारत रातों रात उठवा कर अपने यहां ले आता है, तो कांग्रेस कहती है कि ये मोदी ने अपने फायदे के लिए किया है। जब हजारों करोड़ लूटने वाले को ब्रिटेन की सरकार भारत भेजने के लिए तैयार हो जाती है, तो भी कांग्रेस कहती है कि ये मोदी ने अपने फायदे के लिए करवाया।
– जब भारत अंतरिक्ष में सैटेलाइट को मारने वाली मिसाइल का परीक्षण करता है तो भी कांग्रेस कहती है ये मोदी ने अपने फायदे के लिए करवाया
– केंद्र सरकार, किसानों के खाते में पैसे जमा कराने के लिए यहां की सरकार से उनके नामों की लिस्ट मांग रही है। लेकिन यहां की कांग्रेस सरकार आनाकानी कर रही है। कांग्रेस वालों ये समझ लो कि कोई चूक हो जाए तो देश उसे माफ कर सकता है। लेकिन ये देश विश्वासघात को कभी माफ नहीं कर सकता। आपने विश्वासघात किया है, झूठ बोला है।
– कांग्रेस वाले 20वीं सदी में जिस तरह के खेल खेलते थे वैसे ही 21वीं में भी खेल रहे हैं। लेकिन उन्हें मालूम नहीं है कि 20वीं सदी में उन्हें मोदी नहीं मिला था । लेकिन अब ये मोदी है उनके सारे खेलों को जानता है।