बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनशचंद मीना ने कहा कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम सरकार की ओर से चलाए जा रहे हैं। सभी कार्यक्रमों को एकीकृत कर सुरक्षित मातृत्व आश्वासन कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत गर्भवती महिलाओं, प्रसूताओं और शिशुओं को सरकारी अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाओं में इजाफा हो सकेगा।
इस दौरान उन्होंने कार्मिकों-अधिकारियों से सप्ताह के तहत आयोजित होने वाली गतिविधियों को लेकर चर्चा की। बैठक में डीपीएम आषुतोष पांडेय, डीएनओ रूपसिंह धाकड़, डीएएम सुश्रुत शर्मा, आईईसी समन्वयक लखनसिंह लोधा सहित संबंधित कार्मिक मौजूद रहे।