असल में जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग की ओर से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सामान्य बीमारी में अस्पताल नहीं आने की सलाह के बाद रोगियों की संख्या काफी कम हो गई है।
इससे जहां इन दिनों एक्सरे की संख्या में 70-80 फीसदी तक कम हुई है, वहीं कमोबेश यही स्थिति सोनोग्राफी की है। कुछ दिन पहले तक जहां सोनोग्राफी के लिए मारामारी की स्थिति बनी रहती थी, वहीं अब कोरोना वायरस के चलते सोनोग्राफी की संख्या में जबरदस्त कमी आई है।
चिकित्सालय सूत्रों के अनुसार चिकित्सालय में सामान्य रूप से प्रतिदिन 40 से 50 सोनोग्राफी होती थी, लेकिन अब पिछले तीन-चार दिन से यह संख्या घटकर आधी से भी कम हो गई है। सूत्रों के अनुसार चिकित्सालय में सोमवार को केवल 12 रोगी ही सोनोग्राफी कराने पहुंचे, वहीं मंगलवार को यह संख्या और घटकर करीब 8 रह गई।
कमोबेश यही स्थिति एक्सरे की है। सूत्र बताते हैं कि एक सप्ताह पहले तक लगभग 100 से 125 एक्सरे हो रहे थे, जिनकी संख्या में भारी कमी आई है। मंगलवार को एक्सरे की संख्या लगभग 20 रही थी, जबकि सोमवार को यह संख्या करीब 35-40 थी। इसी प्रकार प्रयोगशाला में भी जांचों की संख्या में कमी आई है।
जिला चिकित्सालय के उपनियंत्रक डॉ. भुवनेश बंसल ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लोगों को सामान्य बीमारियों, रुटिन जांच के लिए चिकित्सालय नहीं आने की सलाह दी जा रही है, जिसका असर भी हुआ है। यही वजह है कि इन दिनों रोगियों की संख्या आम दिनों के मुकाबले काफी कम हो गई है।